संगरिया-नोहर तहसील में बरसे ओलों की बारिश, नोहर के गांव मंदरपुरा में मंदिर पर गिरी आकाशीय बिजली, भवन हुआ ध्वस्त
हनुमानगढ़/संगरिया (सच कहूँ न्यूज)। अन्नदाता पर सोमवार को कुदरत ने जमकर कहर बरपाया। पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते सोमवार को हनुमानगढ़ जिले में सुबह से ही बादलों की आवाजाही रही और झमाझम बारिश हुई। बारिश से खेतों में काटकर रखी गई व पकाव पर खड़ी फसल भीग गई। फसलों को काफी नुकसान हुआ है। बारिश के बाद सड़कों-गलियों में पानी भर गया। शहरी इलाके में निचले इलाकों में बरसाती पानी का भराव हो गया। ग्रामीण इलाके में सुबह कोहरे का असर नजर। बारिश के बीच ठंडी हवा चलने से गर्मी काफूर हो गई सर्दी का अहसास हुआ। बारिश के साथ हवाएं चलने से पककर तैयार खड़ी सरसों व पकाव पर खड़ी गेहूं की फसल धरती पर बिछ गई। इससे फसल उत्पादन प्रभावित होगा।
यह भी पढ़ें:– अमृतपाल के पिता ने कहा-मेरे बेटे के बारे में पुलिस कोई जानकारी नहीं दे रही
जिला मुख्यालय व आसपास के गांवों में करीब एक घंटे तक तेज बारिश हुई। तेज बारिश से खेतों में पानी भर गया। पानी की निकासी की व्यवस्था न होने से शहरी क्षेत्र में जगह-जगह जलभराव हो गया। इससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जंक्शन बस स्टैंड ने एक घंटे की बारिश में ही तालाब का रूप ले लिया। बस स्टैंड के बाहर भी बरसाती पानी जमा हो गया। इसके अलावा रेलवे ओवरब्रिज के पास भी भरे बरसाती पानी ने नगर परिषद के दावों की पोल खोलकर रख दी। उधर, नोहर व रावतसर तहसील के कई गांवों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। तेज बारिश व ओलावृष्टि से सरसों व गेहूं की फसल में भारी नुकसान होने की बात किसान कह रहे हैं। नोहर तहसील के गांव निमला सहित कई जगह चना के आकार के ओले गिरे। अचानक मौसम बदलाव के चलते बारिश के बीच हुई ओलावृष्टि से खेतों में ओलों की सफेद चादर बिछ गई। मूसलाधार बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया है। सरसों की कटाई भी एक बार पूरी तरह थम गई है।
नोहर तहसील क्षेत्र के गांव मंदरपुरा में सोमवार सुबह बारिश के बीच करणी माता मंदिर पर आकाशीय बिजली गिरी। बिजली गिरने के दौरान हुए जोरदार धमाके से ग्रामीण सहम गए। आकाशीय बिजली गिरने से मंदिर का भवन ध्वस्त हो गया। आकाशीय बिजली गिरने से मंदिर के ऊपर का हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर मलबा आसपास बिखर गया। छत्त में दरार हो गई। सूचना मिलने पर ग्रामीण मंदिर की तरफ दौड़े। गनिमत रही घटना के समय मंदिर में कोई मौजूद नहीं था।
क्लेम लेने के लिए 72 घंटे के भीतर दें खराबे की सूचना
क्षेत्र में बेमौसमी बारिश एवं ओलावृष्टि से फसलों में नुकसान को लेकर कृषि विभाग भी एक्टिव हो गया है। जिले में हो रही बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि एवं जलभराव के कारण फसल खराब होने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा में क्लेम लेने के लिए 72 घण्टे के भीतर सम्बन्धित बीमा कंपनी को सूचना देना जरूरी है। जिले के प्रभावित किसान एग्रीकल्चर इन्श्योरेन्स कंपनी आॅफ इण्डिया लिमिटेड के टोल फ्री नम्बर 18004196116 पर सूचना दे सकते हैं। कृषि आयुक्त कानाराम ने सभी जिलों के संयुक्त निदेशकों को निर्देशित किया है कि सभी प्रभावित बीमित फसल की सूचना किसानों की ओर से दर्ज करवाया जाना सुनिश्चित करें।
जिले में वर्तमान में कई स्थानों पर ओलावृष्टि एवं अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसलों में नुकसान होने की आशंका है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमित फसल में नुकसान होने पर किसान को 72 घण्टे के भीतर बीमा कंपनी को सूचना देना आवश्यक है। खेत में पड़ी हुई कटी फसल को नुकसान होने पर 14 दिवस तक की अवधि के लिए बीमा कवर उपलब्ध है। किसान फसल हानि की सूचना बीमा कंपनी के टोल फ्री नम्बर अथवा क्रॉप इंश्योरेंस एप के माध्यम से दे सकते हैं। इसके अलावा प्रभावित किसान जिलों में कार्यरत बीमा कंपनी, कृषि कार्यालय अथवा संबंधित बैंक को भी हानि प्रपत्र भरकर सूचना दे सकते हैं।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।