चक्रवाती तूफान गुलाब: मोदी ने नवीन, जगनमोहन से की बात, सैन्य मदद का भरोसा

Cyclone Gulab sachkahoon

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ से उत्पन्न परिस्थितियों पर रविवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी के साथ चर्चा की और उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। मोदी ने दो अलग-अलग ट्वीट में इन तटवर्ती राज्यों के लोगों की सुरक्षा की कामना की है।

प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ राज्य के कुछ हिस्सों में चक्रवात की स्थिति पर चर्चा की। केंद्र ने इस प्रतिकूल स्थिति पर काबू पाने में हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। मैं सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूँ।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी से बातचीत की और चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ के मद्देनजर उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। इस बीच रक्षा मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ के असर से बचाव और राहत के लिए भारतीय नौसेना के पोत तथा जहाज तैयार खड़े हैं।

चेन्नई के पास आईएनएस राजाली को तैयार रखा गया

बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुए चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ के अगले 12 घंटों में उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट के मध्य पहुंचने की उम्मीद है, ऐसे में भारतीय नौसेना इस चक्रवाती तूफान की हर स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है। मुख्यालय पूर्वी नौसेना कमान और ओडिशा क्षेत्र के प्रभारी नौसेना अधिकारियों ने चक्रवात के असर से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को पूरा कर लिया है और सहायता प्रदान करने के संबंध में राज्यों के प्रशासन के साथ निरंतर संपर्क में है। मंत्रालय के मुताबिक इन्हीं तैयारियों में बाढ़ राहत दल और गोताखोरी दल ओडिशा में तैनात किये गए हैं तथा तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए विशाखापत्तनम में पूरी तरह से मुस्तैद हैं।

संभावित सर्वाधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में सहायता प्रदान करने के लिए मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) सामग्री तथा चिकित्सा टीमों के साथ नौसेना के दो जहाज समुद्र में मौजूद हैं। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने, हताहतों को निकालने और आवश्यकतानुसार राहत सामग्री पहुंचाने हेतु हवाई सर्वेक्षण करने के लिए नौसेना के विमानों को नौसेना वायु स्टेशनों, विशाखापत्तनम में आईएनएस देगा और चेन्नई के पास आईएनएस राजाली को तैयार रखा गया है।

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