शहीद का पार्थिव शरीर हुआ पंचतत्व में विलीन
भोपा। नॉर्थ सिक्किम में पहाड़ पर चढ़ाई के दौरान सेना का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें 20 सेना के जवान सरहद पर जाते समय ऊंचाई से गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें शोले सेना के जवान मौके पर ही शहीद हो गए बाकी 2 जवानों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया बाकी 2 जवानों का उपचार चल रहा है सड़क हादसे में जनपद मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र के गांव यूसुफपुर का बेटा लोकेश सहरावत भी शहीद हो गया रविवार को शहीद लोकेश सहरावत का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया बेटे की शहादत की जानकारी मिलते ही गांव यूसूफपुर सहित पूरे क्षेत्र में शोक छा गया।
रविवार को सुबह दिल्ली से पार्थिव शरीर को मुजफ्फरनगर लाया गया शहीद के पार्थिव शरीर को लेने के लिए ग्रामीण संग क्षेत्रवासी भोपा बायपास से गांव में ले जाने के दौरान लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। बारह किलोमीटर पैदल यात्रा करते हुए ग्रामीण, अधिकारीगण और जनप्रतिनिधि शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर यूसुफपुर गांव पहुंचे। थाना भोपा के गांव यूसूफपुर के रहने वाले किसान उदयवीर का बेटा लोकेश सेहरावत रविवार को भारतीय सेना के जवान तिरंगे में लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर दिल्ली से मुजफ्फरनगर बायपास पर पहुंचे तो पहले से ही भोपा बायपास पर मौजूद भीड़ ने भारत माता की जय के नारे लगाए।
हजारों की संख्या में ग्रामीण, विभिन्न दलों के नेता व अधिकारी शहीद के पार्थिव शरीर के साथ पैदल चल दिए। 12 किलोमीटर लंबी यात्रा के बाद शहीद का पार्थिव शरीर उसके पृथक गांव यूसूफपुर परिवार के बीच पहुंचा शहीद की अंतिम यात्रा में जब तक सूरज चांद रहेगा, लोकेश तेरा नाम रहेगा का नारा गूंजता रहा। 12 किलोमीटर लंबी यात्रा में मार्ग पर पड़ने वाले गांव में सड़क किनारे खड़े होकर ग्रामीणों ने शहीद के ऊपर पुष्प वर्षा करते हुए आंखे नम अंतिम विदाई दी शहिद लोकेश के अंतिम यात्रा को लोगो ने अपने कैमरों में कैद कर अपने पास धरोहर के रूप में रख लिया भारतीय सेना के जवानों ने शहीद को सलामी दी।
शुक्रवार के दिन मिली थी हादसे की सूचना
शहीद लोकेश सहरावत के हादसे की सूचना शुक्रवार को देर श्याम आर्मी हेड क्वार्टर द्वारा जारी की गई लिस्ट के बाद परिजनों तक पहुंची की नॉर्थ सिक्किम में ऊंचाई पर तीव्र मोड़ पर ट्रक फिसल का हादसा हो गया जिसमें करीब 16 जवानों की जान चली गई है सूचना मिलते ही परिवार गम में डूब गया।
अंतिम विदाई देने पहुंचे लोग तो जाम हो गई सड़कें
भोपा में शहीद का पार्थिव शरीर गंग नहर पुल पर पहुंचा तो शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा वाहनों के लंबे काफिले व भीड़ के कारण सड़क पर दोनों ओर लंबा जाम लग गया। पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी भोपा से शहीद के परिवार के घर तक ग्रामीण व नेता पैदल पहुंचे घंटों बाद सड़क खाली होने पर जाम खुला।
परिवार को रोता बिलखता छोड़ गया शहीद।
शहीद लोकेश सहरावत पिता उदयवीर माता कुसुम पत्नी तनु बहन रश्मि शहीद लोकेश के तिरंगे में लिपटे शरीर को देखकर गम के कारण बेहोश होकर गिर पड़ी परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा शहीद लोकेश सहरावत परिवार को रोता बिलखता छोड़ गया।
शहीद के चचेरे भाई ने चिता को दी मुखाग्नि।
सिक्किम सड़क हादसे में शहीद हुए लोकेश सहरावत अपने माता पिता का इकलौता चिराग था करीब 3 वर्ष पूर्व शहीद की शादी खतौली थाना क्षेत्र के गांव खानपुर में हुई थी लेकिन अभी तक लोकेश दंपति के कोई संतान नहीं थी जिस पर शहीद के पिता उदयवीर सिंह के छोटे भाई के लड़के अभिनव सहरावत ने शहीद बेटे लोकेश सहरावत की चिता को मुखाग्नि दी।
इन्होंने दी श्रद्धांजलि
शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए सेना के अधिकारियों में सर्वप्रथ़म सेना के अधिकारी कर्नल श्रीनिवास, मेजर अजित यादव, केप्टन अमन श्रीवास्तव तत्पश्चात प्रशासनिक अधिकारियों में डीएम चंद्रभूषण शर्मा, एसएसपी विनीत जयसवाल, एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव, एसडीएम जानसठ अभिषेक कुमार, तहसीलदार संजय सिंह, भोपा क्षेत्राधिकारी राम आशीष यादव, भोपा थाना प्रभारी सुशील कुमार सैनी वही सरकार के प्रतिनिधियों में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉक्टर वीरपाल निर्वाल, और क्षेत्रीय नेता गणों में विधायक चंदन चौहान, हरेंद्र मलिक,योगराज सिंह,जोगेंद्र वर्मा,सदीप मलिक, प्रभात तोमर, अश्वनी सहरावत डॉ अमित ठाकरान, सचिन सरोहा, वरुण सहरावत,भूतपूर्व सैनिक, आदि सहित हजारों ग्रामीणों ने शहीद को अंतिम भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
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