मुम्बई (एजेंसी)। महाराष्ट्र में सियासी संकट गहराता जा रहा है। शिवसेना के अधिकतर बागी विधायक शिंदे के पाले में पहुंच गए है। 50 से अधिक विधायक शिंदे के पाले में पहुंच गए है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्टÑ के सीएम उद्धव ठाकरे कभी भी अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप सकते है। संख्या बल की अगर बात करें तो महाराष्टÑ सरकार अल्पमत में आ गई है। वहीं संजय राऊत और शिंदे के बीच आपस में बयानबाजी भी तेज हो गई है। उधर शिवसेना का अंतिम प्रयास है कि बागी विधायक को मनाया जाए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शिवसेना ने आज 16 विधायको को नोटिस भेज सकती है।
महाराष्ट्र सरकार खतरे में है:निरुपम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार संकट में है, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। रिपोर्ट के अनुसार निरुपम ने कहा कि शिव सेना के प्रवक्ता संजय राउत कुछ अधिक ही बोलते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक मामलों को सड़क पर निपटने की बात कहना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि शिव सेना के बागी विधायकों के पास दल-बदल कानून के अनुसार संख्या अधिक है इसलिए उन पर दल बदल कानून नहीं लग सकता।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को बचाने के लिए महा विकास अघाड़ी पूरी कोशिश कर रही है और अगले 24 घंटे में सब कुछ स्पष्ट हो जायेगा। इस बीच, केन्द्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने दावा किया है कि एकनाथ शिंद, भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनायेंगे और सरकार बनते समय तक शिव सेना में तीन-चार विधायक शेष बचेंगे।
राकांपा उद्धव ठाकरे का समर्थन करती है: अजीत पवार
महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने शुक्रवार को दोहराया कि उनकी पार्टी की भूमिका मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का समर्थन करने और सरकार को बचाए रखने की होगी। उन्होंने कहा कि राकांपा नेताओं सहित वह, शरद पवार, सांसद प्रफुल्ल पटेल और प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और ठाकरे ने महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की है। अजीत पवार ने कहा कि जो विधायक गुवाहाटी गए हैं, वे कह रहे हैं कि वे शिवसेना के हैं, इसलिए महा विकास अघाड़ी के तीनों दलों के पास संयुक्त बहुमत है।
शिव सेना में राजनीतिक संकट के लिए भाजपा जिम्मेदार नहीं:पाटिल
महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि शिवसेना में मौजूदा संकट के लिए पार्टी की कोई भूमिका नहीं है। पाटिल ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे की ओर से भाजपा के साथ सरकार बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अगर ऐसा प्रस्ताव आता है तो राज्य पार्टी के 13 सदस्यीय कार्यसमिति इस पर चर्चा करेगी और मंजूरी के लिए आलाकमान को भेजेगी। उनसे जब पिछले तीन दिनों में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस के दिल्ली का कई बार दौरा करने के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘वह पार्टी के काम के लिए जाते हैं, राज्य में चल रही राजनीति से कोई संबंध नहीं है।
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