मुंबई (एजेंसी)। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच पुलिस ने शनिवार को शिवसेना के बागी विधायकों के कार्यालयों पर तोड़फोड़ की घटनाओं को देखते हुए मुंबई और पड़ोसी ठाणे जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है। गौरतलब है कि शिवसैनिकों ने पुणे और मुंबई में बागी विधायकों के कार्यालय में तोड़फोड़ की और पोस्टरों को फाड़ दिया है। पुलिस ने सभी पुलिस स्टेशनों को सतर्क कर दिया है और कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने का आदेश दिया है।
उद्धव सरकार के खिलाफ जिरवाल ने खारिज किया अविश्वास प्रस्ताव
महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को शनिवार को खारिज कर दिया। यह नोटिस शिवसेना के बागी विधायकों और उनके नेता एकनाथ शिंदे ने भेजा था। सूत्रों के अनुसार जिरवाल के कार्यालय ने बताया कि सेना बागी 16 विधायकों की सदन सदस्यता समाप्त करने के नोटिस भेजे गये हैं और उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए मुम्बई में हाजिर होने को कहा गया है।
इस बीच, शिवसेना के दोनों गुटों ने शनिवार को अपनी आगे की रणनीति तय करने के लिए बैठकें बुलाई हैं। मुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में पार्टी की कार्यकारिणी एक बैठक दोपहर बाद सेना भवन में हुई। उधर, शिंदे के नेतृत्व में गुवाहाटी के एक होटल में बैठक की जहां वह पिछले कई दिनों से जमे हुए हैं। शिंदे के नेतृत्व में बागी गुट ने ‘शिवसेना बालासाहब ठाकरे’ के नाम से एक नयी पार्टी बनाने का फैसला किया है।
शिव सेना के 16 बागी विधायकों को नोटिस
महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने शनिवार को शिव सेना के 16 बागी विधायकों को नोटिस भेजा। जिरवाल ने शुक्रवार को कानूनी राय लेने के बाद बागी विधायकों को नोटिस भेजा। दूसरी तरफ शिवसेना के बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे ने विधानसभा उपाध्यक्ष के खिलाफ खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। नोटिस के बारे में शिव सेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चर्चा हो सकती है। भाजपा खेमे में भी इस पर बात हो रही है। इस बीच, शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे के ठाणे के उल्हासनगर स्थित कार्यालय मे तोड़फोड़ की है।
शिवसेना विश्वास मत हासिल करेगी, राउत का दावा
शिवसेना नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने दावा किया है कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत हासिल करेगी। राउत ने शनिवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी कहा है कि वह शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों के विद्रोह के बाद राज्य में जारी राजनीतिक उथल-पुथल में हस्तक्षेप न करें। उन्होंने कहा कि अगर फडणवीस हस्तक्षेप करते हैं, तो एक बार फिर वह विफल हो जायेंगे और उनकी पार्टी की विश्वसनीयता खत्म हो जायेगी।”
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