कैराना। दो दिन पूर्व शाहजहांपुर में पकड़ी गई चरस की बड़ी खेप के तार कैराना से भी जुड़े हैं। चरस की सप्लाई कैराना में की जानी थी। मादक पदार्थों की तस्करी में कैराना चर्चाओं में रहा है।
कैराना एक बार फिर सुर्खियों में आया है। दरअसल, बीती एक फरवरी को शाहजहांपुर में एसटीएफ और क्राइम ब्रांच ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बिहार के दो तस्कर रितेश पटेल उर्फ दीपलाल व मोहन पटेल को गिरफ्तार किया था, जिनके कब्जे से 22 किलो 300 ग्राम चरस बरामद की गई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पकड़ी गई चरस की कीमत 44 करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है।
शाहजहांपुर एसटीएफ ने खुलासा किया है कि पकड़े गए दोनों आरोपियों को यह चरस कैराना में बस अड्डे पर पहुंचानी थी। कैराना पहुंचने के बाद आरोपियों को अनिल नामक युवक को कॉल करनी थी। उसके बाद ही चरस की खेप को उतारा जाना था। हालांकि, कैराना के अनिल का पता नहीं लग पा रहा है। खुफिया एजेंसियां इसकी जानकारी जुटाने में जुटे हुए हैं। इस संबंध में सीओ कैराना अमरदीप मौर्य का कहना है कि इसकी जांच चल रही है। जांच के बात ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।