मेहता माइनर में आई दरार, 100 एकड़ गेहूँ की फसल में भरा पानी

Crack in mehta minor

किसानों ने की खस्ताहाल माइनर को दोबारा बनाने की मांग

(Rajbahe Overflow)

संगत मंडी (सच कहूँ/मनजीत नरूआणा)। विधान सभा हलका बठिंडा ग्रामीण के गांव मेहता में वीरवार की रात को बारिश के कारण माइनर में दरार बन गई जिस कारण किसानों की 100 एकड़ के लगभग गेहूँ की फसल पानी में डूब गई। इसके अलावा उनके कुएं भी पानी से भर गए, जिस कारण मोटरों के खराब होने की खतरा भी बन गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती शाम क्षेत्र में लगातार कई घंटों तक बारिश हुई थी।(Rajbahe Overflow)  बारिश के कारण रजबाहे ओवरफ्लो होकर टूट गया। किसान गुरदीप सिंह ने बताया कि रजबाहे में आई दरार के कारण उनकी 5 एकड़ गेहूं सहित किसान जसवीर सिंह की 5 एकड़, अंग्रेज सिंह की 8 एकड़, हरभजन सिंह की 35 एकड़, गुरप्रीत सिंह की 4 एकड़ और अंग्रेज सिंह की 4 एकड़ गेहूँ के बलावा अन्य कई किसानों की पकी गेहूँ पानी के साथ भर गई।

  • उन्हें दरार संबंधी सुबह चार बजे पता चला।
  • किसान हरभजन सिंह ने 35 जमीन ठेके पर महंगे भाव पर लेकर गेहूँ की बिजाई की थी।
  • इसके अलावा किसानों के खेत में कुओं में पानी की मोटरों के खराब होने का भी डर बना हुआ है।
  • आसपास के सभी रजबाहों का नवीनीकरण हो चुका है
  • परंतु इस रजबाहे का नवीनीकरण नहीं किया गया।
  • खस्ता हालत होने के कारण यह रजबाहा हर बार टूटकर किसानों की फसलों का बड़े स्तर पर नुक्सान पहुंचाता है।

किसानों द्वारा अपने स्तर पर ही रजबाहे की दरार को भरा जा रहा है

किसानों ने बताया कि यदि गेहूँ से तुरंत पानी बाहर न निकाला गया तो यह पूरी तरी से बर्बाद हो जायेगी। ऊपर से मौसम भी खराब चल रहा है जिस कारण किसानों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा अपने स्तर पर ही रजबाहे की दरार को भरा जा रहा है। किसानों ने सरकार से खस्ता हाल हो चुके इस रजबाहे के नवीनीकरण की मांग की है। समाचार लिखे जाने तक दरार भरने का काम जारी था।

विभाग की लापरवाही के कारण टूटा रजबाहा

भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के जिला समिति मैंबर जगसीर सिंह झुम्बा ने बताया कि रजबाहा विभाग की लापरवाही के कारण टूटा है। उन्होंने बताया कि खस्ता हाल हो चुके माइनर में विभाग ने कोई सुध नहीं ली, जिसकी वजह से माइनर में दरार आई है और किसानों की फसल बर्बाद हो गई।

  • सरकार से माँग की है कि किसानों को खराब हुई गेहूँ की फसल का तुरंत मुआवजा दिलवाया जाए।
  • यदि ऐसा नहीं होता तब वह किसानों को साथ लेकर संघर्ष शुरू करने के लिए मजबूर होंगे।

माइनर के नवीनीकरन का प्रोजैक्ट बनाकर भेजा है

नहरी विभाग के एक्सीयन इंजी. गुरजिन्दर बाहिया का कहना था कि बारिश के कारण किसानों द्वारा माइनर को बंद कर दिया जाता है जिस कारण माइनर में पानी का स्तर बढ़ जाता है और वह टूट जाता है। माइनर की खस्ता हालत संबंधी पूछे सवाल में बाहिया का कहना था कि माइनर के नवीनीकरण का प्रोजैक्ट बनाकर भेजा हुआ है जब उनके पास फंड आ जाएंगे उसी वक्त माइनर के नवीनीकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।