सागर। 6 पैर व 3 सींगों वाली दुर्लभ गाय (Cow) आजकल मध्य प्रदेश के सागर जिले में कौतूहल का विषय बनी हुई है। जिस स्थान पर गाय या अन्य जानवरों की पूंछ होती है उसके बगल वाले हिस्से से इस गाय के कुछ शरीर के साथ दो पैर निकले हुए हैं। गाय के मालिक ने गाय के पूरे स्थान पर हल्दी, कुमकुम, चंदन से टीका लगाया हुआ है। Cow
छह पैरों वाली गाय (Cow) के बारे में जो भी सुन रहा है, वो इसे चमत्कार मान देखने के लिए आता है। गाय मालिक ने इसके लिए बाकायदा रथ की तरह एक वाहन तैयार कराया हुआ है। इस खास वाहन में गाय के खड़े होने और बैठने की व्यवस्था की गई है। इस रथ में गाय को बिठा कर यह परिवार गांव की गलियों से गुजरता है तो हर घर से लोग अनोखी गाय को देखने के लिए बाहर निकल आते हैं। गाय मालिक ने रथ के ऊपर एक माइक सिस्टम लगा रखा है जिसमें बोल कर वो गाय की विशेषताओं के बारे में बताता है। छह पैर और तीन सींग वाली गाय को देख कर लोग खूब दान-दक्षिणा कर रहे हैं। अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार ग्रामीण नकदी, आटा, चारा, गेहूं, फल-फूल का दान दे रहे हैं।
ये सब एक भावना की बात होती है कि लोगों के मन में गाय (Cow) को लेकर इतनी श्रद्धा है, जिसे देखकर वो दान-दक्षिणा दे रहे हैं। वैसे भी गाय को हमारे धर्म-शास्त्रों में माँ का दर्जा दिया गया है। इसलिए गाय की सेवा करनी तो बनती है, इसके लिए उसके लिए हरा चारा दे दें या आटा, गुड जो भी वो खाती है वो दे देना चाहिए।
गौमाता को लेकर घूम रहे साईनाथ इंगोले ने बताया कि यह गाय दर्शनीय है। लोग इनके दर्शन कर दान-दक्षिणा देते हैं। उनके पास पिछले पांच वर्ष से यह गाय है। साल में एक बार इसको लेकर वो निकलते हैं। अभी तक चारों धाम की यात्रा कर चुके हैं। इसके अलावा, वो हरिद्वार, काशी, असम जैसे तीर्थ स्थल पर घूम चुके हैं। वर्तमान में वो अनूठी गाय को लेकर मध्य प्रदेश के सागर जिले के गांव-गांव में घूमा रहे हैं। दिन भर रथ यात्रा करते हैं और शाम को किसी मंदिर में रैन बसेरा कर लेते हैं। Cow