चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में स्थापित की गई जिनोम सीक्वेंसिंग लैब को संचालित करवाने के लिए प्रमाण पत्र मिल गया है और इस लैब में जल्द ही वायरस के जिनोम की सीक्वेंसिंग के काम को शुरू किया जाएगा। इसके अलावा, विज ने कहा कि अब जिन लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीनेशन में अपने पासपोर्ट का नंबर लिखवाना है, उन्हें वैक्सीनेशन साइट पर वैक्सीनेशन लगने से पहले अपने पासपोर्ट का नंबर देना होगा तदोपरांत वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में पासपोर्ट का नंबर भी दिखाई देगा। ऐसे ही, राज्य में 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कोवैक्सीन का टीकाकरण आगामी 3 जनवरी से शुरू होगा तथा हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर के साथ-साथ 60 वर्ष से अधिक आयु के कोमोरबिटी लोगों को प्रीकॉशन डोज़ आगामी 10 जनवरी, 2022 से दी जाएगी। विज आज यहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
आगामी 3 जनवरी से बच्चों के लिए कोविड का टीकाकरण कार्यक्त्रम शुरू होगा, 1 जनवरी से पंजीकरण
उन्होंने कहा कि आगामी 3 जनवरी से राज्य में 15 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए कोविड टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा और इसके लिए कोविन वेबसाइट या ऐप के माध्यम से पंजीकरण 1 जनवरी, 2022 से शुरू हो जाएगा। वहीं दूसरी ओर प्रीकॉशन डोज़ आगामी 10 जनवरी, 2022 से शुरू हो जाएगी जो कि हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर के साथ-साथ कोमोरबिटी वाले 60 वर्ष से अधिक उम्र व्यक्तियों को दी जाएगी। विज ने स्पष्ट करते हुए कहा कि 15 से 18 वर्ष तक के बीच की आयु के बच्चों को केवल कोवैक्सीन का ही टीकाकरण किया जाएगा क्योंकि केंद्र सरकार ने इसके लिए कोवैक्सीन को ही मंजूरी प्रदान की है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए टीकाकरण हेतु अलग से साइट और सत्र होंगे और यदि वयस्क व्यक्तियों के साथ समान्तर साइट है तो उनकी लाइन अलग से बनाई जाएगी और उनका स्टाफ भी अलग ही होगा।
विज ने कहा कि देश में 15 से 18 साल के बच्चों का टीकाकरण के फैसले से न केवल देश की कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूती मिलेगी, बल्कि हमारे बच्चे स्कूल और कॉलेज जा सकेंगे और उनके माता-पिता की चिंता भी कम होगी।
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