बैंकों को संकट से बचाने के लिए कापोर्रेट सुधार की मांग

Corporate Reform

सुरक्षा राशि की सीमा एक लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी गई

नई दिल्ली (एजेंसी)। निजी क्षेत्र के येस बैंक संकट के मद्देनजर बैंकों को मजबूत करने की गुरुवार को राज्य सभा में मांग की गयी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विजय गोयल ने शून्य काल में विशेष उल्लेख के जरिए कहा कि हाल ही में येस बैंक के संकट से सभी वाकिफ हैं और इसके मद्देनजर ग्राहकों को हुई दुश्वारियां सबके संज्ञान में है। उन्होंने कहा कि इससे पहले आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक के घोटाले भी सामने आये हैं। इन सब परिस्थितयों के आलोक में बैंकों को दिवालिया होने से बचाने के लिए कापोर्रेट सुधारों की महती आवश्यकता है। गोयल ने भारतीय रिजर्व बैंक के कापोर्रेट गवर्नेंस से जुड़े नियमों को बदले जाने की मांग करते हुए कहा कि बैंकों की कार्यप्रणाली पर निरंतर नजर रखी जानी चाहिए जिससे कोई संकट उत्पन्न ही न होने पाए।

  • सुरक्षा राशि की सीमा एक लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी गयी है।
  • इसी क्रम में कंपनियों और अन्य बड़े जमाकर्ताओं की राशि की भी सुरक्षा के मजबूत इंतजाम किये जाने चाहिए।

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