नई दिल्ली। भारत में कोरोना अभी रूकने वाला नहीं है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि ये दावा किया है एक अमेरिकी विश्वविद्यालय के अध्ययन में। अध्ययन में कहा गया है कि भारत में कोरोना मई महीने के मध्य में पीक पर होगा और उस वक्त रोजाना 5600 के लगभग लोगों की मौत होने की आशंका है। गौरतलब है कि वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (आईएचएमई) ने कोविड-19 प्रोजेक्शन पर किया है, जो इसी माह 15 अप्रैल को प्रकाशित हो चुका है।
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अध्ययन ने जो डरावना दावा किया है वो है कि आने वाले वक्त में कोरोना और विक्राल रूप धारण करेगा। अध्ययन में आईएचएमई के विशेषज्ञों ने कहा कि कोरोना अगले महीने मई में पीक पर होगा। अध्ययन के अनुसार 10 मई को रोजाना होने वाली मौतों का आंकड़ा 5600 के करीब पहुंच जाएगा। वहीं मौतों का कुल आंकड़ा 3 लाख 29 हजार के करीब पहुंचने की आशंका है।
मास्क पहनने से टल सकती है मौतें
अध्ययन में दावा किया गया है कि यदि सभी लोग मास्क पहनने की आदत डाल लें तो मौतों का आंकड़ा 70 हजार तक कम हो सकता है।
लापरवाही पड़ रही भारी
अध्ययन में कहा गया है कि पिछले साल 2020 में जहां सितंबर में कोरोना पीक पर था, लेकिन इस साल अप्रैल में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस महीने के पहले और दूसरे सप्ताह में रोजाना दर्ज किए जा रहे संक्रमण के मामलों में 71 फीसदी वृद्धि हो रही है। वहीं मौतों का आंकड़ा भी 55 फीसदी तक बढ़ गया है। इसके पीछे मुख्य कारण लोगों का मास्क न पहनना और सोशल डिस्टेसिंग का पालन न करना पाया जा रहा है।
गौरतलब है कि भारत में रोजाना 3 लाख से अधिक संक्रमण के नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं। वहीं मौतों का आंकड़ा भी दो हजार के पार चल रहा है। इन गंभीर हालात से आमजन सकते में आ गया है। वहीं अस्पताल मरीजों से अटे पड़े हैं और आॅक्सीजन की भारी कमी झेलनी पड़ रही है।
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