वाशिंगटन (एजेंसी)। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा कर रखा हुआ। इससे हर रोज लोगों की सांसे थम रही है। दुनिया भर में अर्थव्यवस्था खत्म हो रही है। लोगों को घरों में कैद होकर रहना पड़ रहा है। इस बीच अमेरिका से एक खबर निकलकर आ रही है। अमेरिका के नए राष्टÑपति जो बाइडेन ने अपनी इंटेलिजेंस एजेंसियों को निर्देश दिया कि वो कोरोना संक्रमण के जन्म को लेकर जो जांच कर रहे हैं, अब उसकी रफ्तार को तेजी से बढ़ाएं।
यह वायरस किसी जानवर से इन्सान में पहुंचा या फिर इसे वुबहार की उस विवादित लैब में तैयार किया गया है, ये सवाल दुनिया के मन में घूम रहा है जिसका जवाब अमेरिकी एजेंसियां भी तलाश कर रही हैं। जो बाइडेन ने निर्देश दिया कि उन्हें इस मामले में 90 दिना में रिपोर्ट तैयार चाहिए। इस पूरे इन्वेस्टीगेशन में अमेरिकी की नेशनल लैब एजेंसियों की मदद करेगी। अमेरिकी राष्टÑपति बाइडेन ने इसी के साथ चीन से अभी अपील की है कि वो कोरोना के ओरिजन की जांच करने में दुनिया की मदद करे।
वुहान लैब से पैदा हुआ वायरस!
इससे पहले, दुनियाभर के कई वैज्ञानिक और लेखकों ने दावा किया है कि कोरोनावायरस असल में चीन के वुहान में स्थित ‘वुहान इंस्टीट्यूट आॅफ वायरोलॉजी’ में तैयार किया गया है। विज्ञान संबंधी मामलों पर लिखने वाले जाने-माने ब्रिटिश लेखक एवं संपादक निकोलस वेड ने कहा कि लैब के रिसर्चर्स कोरोनावायरस से मानव कोशिकाओं और मानवकृत चूहों को संक्रमित करने के लिए प्रयोग कर रहे थे। इस तरह के प्रयोग के चलते ही कोविड-19 जैसा वायरस पैदा हुआ।
चीन ने जताई आपत्ति
इस बीच वुबहान की लैब को लेकर चीन ने नाराजगी जताई है और अमेरिका पर अपने खिलाफ साजिश और दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया है। चीन ने मांग की है कि वुहान से पहले अमेरिका को अपने बाया लैब को जांच के लिए खोलना चाहिए। गौरतलब है कि अब इस बात पर फिर से चर्चा होने लगी है कि क्या कोरोना संक्रमण चीन के वुहान के एक लैब से फैला है? वुहान इंस्टीयूट आॅफ वायरोलॉजी को फिर से जांच के लिए खोलने के अमेरिकी आग्रह पर चीन ने कहा कि उसके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है।
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