एससीडी गवर्नमेंट कॉलेज, लुधियाना में करवाया दीक्षांत समारोह
- कॉलेज के पूर्व छात्र सांसद संजीव अरोड़ा ने अपने फंड से दिए 1 करोड़ रूपये
लुधियाना। (सच कहूँ/रघबीर सिंह) एससीडी गवर्नमेंट कॉलेज, लुधियाना के वार्षिक दीक्षांत समारोह में मंगलवार को विभिन्न स्ट्रीम के छात्रों को डिग्रियां बांटने के बाद मंगलवार को सांसद (राज्य सभा) संजीव अरोड़ा ने छात्रों से कहा कि वे स्नातक होने के नाते खुशियां मनाएं और आनंद लें क्योंकि यह जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन है। कॉलेज के पूर्व छात्र होने के नाते अरोड़ा ने उन दिनों को याद किया जब वह कॉलेज के छात्र थे। उन्होंने अपने पुराने शिक्षकों, प्राचार्यों और साथियों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने वर्ष 1983 में स्नातक किया था। इस मौके पर उनके तत्कालीन शिक्षक आरएस गुप्ता और सहयोगी गुरप्रीत कौर भी मौजूद थीं। अरोड़ा ने भावुक स्वर में कहा कि आज कॉलेज परिसर में प्रवेश करने के बाद ऐसा लग रहा था जैसे वह यहां कॉलेज में पढ़ने आए हों। अरोड़ा ने कॉलेज के लिए एमपीलैड फंड से 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की।
यह भी पढ़ें:– प्रोजेक्ट में शेयर हड़पने के लिए दो पार्टनर्स ने बिल्डर तथा बैंक के साथ मिलकर किया गबन
उन्होंने कहा कि यह अब तक किसी भी संस्थान के लिए उनके द्वारा घोषित सबसे बड़ा अनुदान है। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व महसूस हो रहा है कि वह उस संस्थान की सेवा करने में सक्षम हैं, जिसमें किसी समय उन्होंने शिक्षा ग्रहण की थी। उन्होंने सभी छात्रों को डिग्री प्राप्त करने पर बधाई दी और कहा कि आज से उनकी नई यात्रा शुरू हो रही है। अपने भाषण में, उन्होंने छात्रों को अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया लेकिन उनकी सफलता की कहानी लिखने में उनके माता-पिता और शिक्षकों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने युवा डिग्री धारकों से कहा कि वे पहले अपने माता-पिता के पास जाएं और उन्हें ‘धन्यवाद’ दें।
इस अवसर पर नेचर आर्टिस्ट हरप्रीत संधू, सतलुज क्लब लुधियाना की खेल सचिव डॉ. सुलभा जिंदल, आरएस गुप्ता, रितेश अरोड़ा और गुरप्रीत कौर को भी सम्मानित किया गया। अरोड़ा ने छात्रों से विदेश जाने के बजाय अपने देश में रहने और काम करने को प्राथमिकता देने को कहा। उन्होंने कहा कि दूसरों का अनुसरण करने की कोशिश कभी न करें। बल्कि अपनी सूझ-बूझ से अपने फैसले खुद लें। उन्होंने कहा कि विदेशों में बसे कई भारतीय अब अपनी मातृभूमि वापिस लौट रहे हैं। उन्होंने शिक्षित लड़कियों से कहा कि वे शादी के बाद खाली न बैठें।
बल्कि लड़कियों को अपनी डिग्रियों का पूरा लाभ उठाना चाहिए और अपने दम पर खड़े होना चाहिए। कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो (डॉ.) तनवीर लिखारी ने कॉलेज की उपलब्धियों की रिपोर्ट पढ़ी। उन्होंने कॉलेज के लिए एक करोड़ रुपये की ग्रांट देने की घोषणा के लिए अरोड़ा का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण तीन साल बाद कॉलेज का दीक्षांत समारोह हो रहा है। इस अवसर पर अरोड़ा को कॉलेज प्रबंधन द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।