- रेहड़ी वालों ने किया जमकर हंगामा, पार्षद ने मांगी आयुक्त से माफी
- नगर परिषद के सामने रेहड़ियों वालों को दो दिन का दिया समय
ShriGangaNagar, SachKahoon News: नगर परिषद के गेट के बाहर लगने वाली सब्जी-फलों की रेहड़ियां हटवाने की कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई से रेहड़ियों वालों ने हंगामा खड़ा कर दिया। रेहड़ी वालों के समर्थन में पार्षद भरतपाल मैय्यर भी आ गए। इन रेहड़ी वालों के समर्थन में पार्षद मैय्यर कुछ लोगों के साथ आयुक्त के चैम्बर में घुए गए। आयुक्त उस समय बाहर से आए हुए अधिकारियोें के साथ मीटिंग कर रही थी। इस दौरान भरतपाल मैय्यर ने कहा कि आयुक्त की गुंडागर्दी नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नगर परिषद में मेरे सहित कचरा भरा हुआ है। कई देर तक बोलचाल के बाद पार्षद व अन्य लोग बाहर आ गए। आयुक्त ने स्पष्ट शब्दोें में कहा कि हाईकोर्ट व जिला कलक्टर के आदेश हैं वे अतिक्रमण हटाकर रहेंगे। नगर परिषद आयुक्त सुनीता चौधरी ने अपने कर्मचारियों को आदेश दिया कि वे नगर परिषद के आसपास व जिला परिषद व सीएमएचओ आफिस की दीवार के साथ जो भी अतिक्रमण हैं उन्हें हटाया जाए। इसी दौरान नगर परिषद में पार्किंग की जगह साफ करने के लिए बुलाई गई जेसीबी को देखकर रेहड़ीवाले आक्रोशित हो गए और उन्होेंने जेसीबी पर पत्थर फेंके। रेहड़ी वालों ने अन्य यूनियन नेताओं के साथ नगर परिषद के गेट पर जमकर नारेबाजी भी की। पथराव की सूचना मिलने पर आयुक्त मुख्य गेट पर पहुंची, तो नारेबाजी शुरू हो गई। इस दौरान आयुक्त सहित नगर परिषद कर्मचारियों के खिलाफ भद्दी गालियों का प्रयोग किया गया। इस पर कर्मचारी भी भड़क गए। आयुक्त ने पुलिस जाब्ता उपलब्ध कराने के लिए कलक्टर को पत्र लिख दिया। उस समय डॉ. मैय्यर व अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए प्रार्थना-पत्र कोतवाली भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। उधर, कर्मचारियों ने नगर परिषद आयुक्त व अन्य कर्मचारियों को गालियां देने पर एक आपात बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में फैसला लिया कि अब किसी भी हाल में नगर परिषद के बाहर रेहड़ियां-थड़ी नहीं लगने देंगे, बल्कि ए-माइनर नहर से स्टेशन तक यह ‘सफाई अभियान’ चलाया जाएगा। दोपहर 2 बजे की शिफ्ट में आने वाले सफाईकर्मियोें को आज सीधे नगर परिषद बुलाया गया है, जिनकी मदद से सड़क के ऐसे अतिक्रमण हटाए जाएंगे। दो बजे की हाजिरी में सभी कर्मचारी नगर परिषद पहुंच गए। मामले को बढ़ता देखकर उपसभापति लक्की दाबड़ा व अन्य पार्षदों ने पार्षद मैय्यर को नगर परिषद बुलवाया तथा उनके साथ बैठक कर वास्तुस्थिति पूछी। इसके पश्चात सभी पार्षद एकत्रित होकर आयुक्त के चैम्बर में गए तथा वहां वार्ता की गई। वार्ता में पार्षद भरतपाल मैय्यर ने कहा कि उनके द्वारा आयुक्त को गाली नहीं निकाली गई है। वे आयुक्त सुनीता चौधरी का सम्मान करते हैं। थोड़ी गहमागहमी के पश्चात पार्षद भरतपाल मैय्यर ने आयुक्त से माफी मांगी। इस पर सभी कर्मचारियों ने माफ करने का आग्रह करते हुए कार्य का बहिष्कार न करने का फैसला वापिस लिया।
मामले को बढ़ता देखकर उपसभापति लक्की दाबड़ा व अन्य पार्षदों ने पार्षद मैय्यर को नगर परिषद बुलवाया तथा उनके साथ बैठक कर वास्तुस्थिति पूछी। इसके पश्चात सभी पार्षद एकत्रित होकर आयुक्त के चैम्बर में गए तथा वहां वार्ता की गई। वार्ता में पार्षद भरतपाल मैय्यर ने कहा कि उनके द्वारा आयुक्त को गाली नहीं निकाली गई है। वे आयुक्त सुनीता चौधरी का सम्मान करते हैं। थोड़ी गहमागहमी के पश्चात पार्षद भरतपाल मैय्यर ने आयुक्त से माफी मांगी।
उधर, कर्मचारियों ने नगर परिषद आयुक्त व अन्य कर्मचारियों को गालियां देने पर एक आपात बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में फैसला लिया कि अब किसी भी हाल में नगर परिषद के बाहर रेहड़ियां-थड़ी नहीं लगने देंगे, बल्कि ए-माइनर नहर से स्टेशन तक यह ‘सफाई अभियान’ चलाया जाएगा।
सभापति ने भी ली जानकारी
इस घटनाक्रम के बारे में सभापति अजय चांडक को न्यूज चैनल पर प्रसारित समाचार से पता लगा। सभापति ने आयुक्त को फोन करके जानकारी दी। आयुक्त ने बताया कि कर्मचारियों को कचरा बताना व गाली-गलौज करना और राजकार्य में बाधा डालना, इन सब शिकायतोें पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा रही हैं। इस पर सभापति ने भी उन्हें सहमति दी।