कैप्टन सरकार पर कर्मचारियों ने लगाया वायदाखिलाफी करने का आरोप, किया रोड़ जाम | Protest
- डीसी दफ्तर के बाहर भी लगाया मोर्चा, पक्का करने की मांग
बठिंडा (अशोक वर्मा)। ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के आदेश पर विभिन्न विभागों में सेवाएं ( Protest) निभा रहे ठेका आधारित कर्मचारियों ने वीरवार को सरकार की वायदाखिलाफी के विरोध में वित्त मंत्री के हल्के में जमकर हंगामा किया और सरकार के साथ आर-पार का संघर्ष करने की चेतावनी दी। यूनियन के वक्ताओं ने इस मौके जहां कैप्टन सरकार के व्यवहार को लेकर शब्दिक हमले किए वहीं बादल सरकार को भी निशाना बनाया। धरने के अंत में कर्मचारियों ने सांकेतिक तौर पर सड़क पर जाम लगाया और रोष मार्च भी निकाला।
मोर्चा के प्रदेश संयोजक जगरूप सिंह, वरिन्दर सिंह मोमी, शेर सिंह खन्ना, भगत सिंह भक्त और वरिन्दर सिंह बठिंडा ने रोष प्रदर्शन का नेतृत्व किया। प्रदेश के विभिन्न जिलों से डिप्टी कमिशनर की रिहायश के बाहर पहुंचे कर्मचारियों के इक्ट्ठ को संबोधित करते हुए अध्यापक नेता हरजीत सिंह ने पिछले संघर्षों का लेखा-जोखा किया और मुख्यमंत्री को अनदेखा न करने की अपील की। ठेका कर्मचारी नेता गुरविन्द्र सिंह पन्नू ने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार ने भी पंजाब एडहाक, कांट्रैक्ट, डेलीवेज, टैम्परेरी, आउटसोर्सिंग एंड इम्पलाईज वेल्फेयर एक्ट लागू किया था।
कैप्टन सरकार बेरोजगारों से कर रही है भद्दा मजाक, नहीं मिली घर घर नौकरी
- प्रदेश संयोजक वरिन्दर सिंह बठिंडा का कहना था कि पंजाब की मौजूदा
- कैप्टन सरकार बेरोजगारों से भद्दा मजाक कर रही है।
- उपचुनाव में कैप्टन सहित सभी कांग्रेसी नेता लाखोंलोगों को रोजगार देने के वायदे कर रहे हैं
- जबकि सच्चाई कोसों दूर है। उन्होंने समूह ठेका कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल जल तोपों सहित रहा तैनात | Protest
जिला पुलिस ने धरने में कर्मचारियों के रोष को देखते हुए चारों तरफ बैरीकेड लगाकर पुलिस बल, जल तोप व दंगा रोकू वाहन तैनात किए हुए थे। धरनास्थल पर पुलिस का भारी जमावड़ा रहा जिसकी देखरेख के लिए पुलिस का एक एसपी अंत तक मौजूद देखा गया। वैसे पुलिस ने कर्मचारियों के प्रदर्शन में कोई दखलअंदाजी नहीं की।
किसानों ने धरने में शिरकत कर की चाय के लंगर की सेवा | Protest
ठेका कर्मचारियों द्वारा दिए रोष धरने दौरान भारतीय किसान यूनियन उगराहां के नेतृत्व में किसानों ने धरने में शिरकत कर चाय के लंगर की सेवा की। पंजाब खेत मजदूर यूनियन और टैक्नीकल सर्विस यूनियन के कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे और संघर्ष को समर्थन का ऐलान किया।
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