मांगों को लेकर लगातार चल रहा आशा वकर्स का आंदोलन | Asha Workers Protest
फतेहाबाद (सच कहूँ न्यूज)। अपनी मांगों को लेकर 8 अगस्त से डीसी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी आशा वर्कर्स (Asha Workers) ने सोमवार को आशा वर्कर यूनियन हरियाणा के आह्वान पर आंदोलन को तेज करते हुए जेल भरो आंदोलन चलाया। इसके बाद प्रदर्शन करते हुए जिलेभर से 673 आशा वर्कर्स ने अपनी गिरफ्तारियां दी और सरकार को जमकर कोसा। प्रदर्शन की अध्यक्षता आशा वर्कर्स यूनियन की जिला प्रधान शीला शक्करपुरा ने की व संचालन सचिव सुमन दैयड़ ने किया।
गिरफ्तार से पूर्व आशा वर्कर्स के धरने को संबोधित करते हुए जिला प्रधान शीला शक्करपुरा, सीटू जिला सचिव ओमप्रकाश अनेजा व जिला कैशियर बेगराज ने कहा कि बेटी बचाओ का नारा देने वाली सरकार के मुखिया के पास हरियाणा की 20 हजार आशा वर्कर्स से बातचीत करने का समय तक नहीं है। सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों व अन्य स्टाफ की भारी कमी है। अस्पतालों में ढांचागत सुविधाएं तक नहीं है। आशा वर्कर्स की मांग है कि सरकारी अस्पतालों में सभी सुविधाएं बहाल की जाए। राज्य महासचिव सुनीता ने कहा कि सरकार बार-बार 7.8 प्रोत्साहन राशियों को ज्यादा वेतन बता रही है, लेकिन वह यह नहीं बता रही आशा वर्कर से 70-80 हजार रुपए लेने वाले पक्के कर्मचारी की तरह से काम ले रही है। Asha Workers Protest
2018 के बाद से आशा वर्कर पर बेतहाशा काम बढ़ा दिए हैं लेकिन वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की है, उलटे कटौतियां की हैं। आॅनलाइन कामों के लिए आशा वर्कर्स को एक नए पैसे का भी भुगतान नहीं हो रहा। राज्य महा सचिव ने कहा कि आशा वर्करों के प्रति प्रदेश सरकार का व्यवहार दुश्मनीभरा है। आने वाली 25 सितंबर को आशा वर्कर्स जेल भरी आंदोलन बढ़ चढ़कर भाग लेंगे, जब तक सरकार से बातचीत का रास्ता नहीं निकलेगा तब तक रुकी रहेगी। आज के जेल भरो आंदोलन में अखिल भारतीय किसान सभा, अखिल भारतीय खेत मजदूरी यूनियन, मिड डे मील, सर्व कर्मचारी संघ, ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन, भवन निर्माण कामगार यूनियन और भी अन्य संगठनों के नेताओं ने भी हिस्सा और सरकार के व्यवहार की निंदा की। Asha Workers Protest
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