कर्नाटक में सियासी संकट : निर्दलीय मंत्री ने छोड़ा सरकार का दामन
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देर रात चली मैराथन बैठक में लिया गया फैसला
बेंगलुरु (एजेंसी)। कर्नाटक में निर्दक कांग्रेस लीय विधायक एवं मंत्री एच. नागेश के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने मास्टर स्ट्रोक खेल दिया। मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस के सभी 21 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया कांग्रेस नेताओं ने ऐसा करके पार्टी हाईकमान को मंत्रिमंडल को परिवर्तन करने की खुली छूट दे दी है। गठबंधन साथियों के बीच गंभीर मतभेदों के कारण गत सप्ताह कांग्रेस के 10 और जनता दल (सेक्युलर) के तीन विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार को अपना त्यागपत्र सौंप दिया था।
- इस्तीफा देने वाले अधिकतर विधायक मुंबई के एक होटल में रह रहे हैं।
- इन विधायकों के इस्तीफे से कुमारस्वामी की सरकार पर संकट के बादल गहरा गए हैं।
- कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी के.सी. वेणुगोपाल के नेतृत्व में कांग्रेस और जद (एस) नेताओं के बीच देर रात तक चली बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया।
- इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारामैया भी शामिल थे।
- गठबंधन सरकार से इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के 21 मंत्रियों में उपमुख्यमंत्री डॉ. जी. परमेश्वरा भी शामिल हैं।
- सभी ने कर्नाटके अध्यक्ष दिनेश गुंडुराव को अपने त्यागपत्र सौंप दिए।
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भाजपा पर लगाया सरकार को अस्थिर करने का आरोप
सिद्धारामैया ने पत्रकारों से कहा कि एच.डी. कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में कैबिनेट का दोबारा गठन होगा, जिसमें सामाजिक न्याय और असंतुष्ट विधायकों का विशेष रूप से ध्यान रखा जायेगा।
उन्होंने कहा, ‘हम इस्तीफा देने वाले सभी 10 विधायकों के संपर्क में बने हुए हैं।’ राणेबेन्नूर से निर्दलीय विधायक एवं नगरपालिका मंत्री आर. शंकर ने कांग्रेस के दबाव के बावजूद इस्तीफा देने से इनकार कर दिया। शंकर को हाल ही में मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल में शामिल किया गया था। कैबिनेट में अन्य निर्दलीय सदस्य एच नागेश ने भी राज्यपाल वाजूभाई वाला को त्यागपत्र सौंपा और कहा कि वह गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं। इसके बाद वह एक चार्टर्ड विमान से मुंबई चले गए।
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