नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर तलब किये जाने के विरोध में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को लेकर आज तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह प्रदर्शन लोकतंत्र नहीं बल्कि गांधी परिवार की 2000 करोड़ रुपए की संपत्ति बचाने का प्रयास है। भाजपा की वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने यहां पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘जो जमानत पर हैं उन्होंने घोषणा की है कि आओ दिल्ली को घेरो, क्योंकि हमारा भ्रष्टाचार पकड़ा गया है। एक जांच एजेंसी एजेंसी पर दबाव डालने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को विशेष आमंत्रित किया गया है।
उन्होंने सवाल किया कि एक जांच एजेंसी पर खुलेआम दबाव डालने वाली कांग्रेस की इस रणनीति को क्या नाम दिया जाये। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दों पर राहुल गांधी को तलब किया गया है, उन विषय पर विचार करें। ईरानी (Smriti Irani) ने कहा कि 1930 के दशक में एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड हजारों स्वतंत्रता सेनानियों के हिस्सेदारी वाली कंपनी थी जिसे अब गांधी परिवार अपने कब्जे में ले चुका है। यह कंपनी अखबार प्रकाशित करती थी जिसे रियल एस्टेट के धंधे में डालने का प्रयास किया गया। उन्होंने एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड को गांधी परिवार के प्रभुत्व वाली यंग इंडिया लिमिटेड के हवाले करने के घटनाक्रम का सिलसिलेवार विवरण दिया और कहा, ‘कंपनी बनाई जाती है समाज की सेवा के लिए, लेकिन समाज की सेवा नहीं बल्कि वो कंपनी केवल गांधी परिवार की सेवा तक सीमित हो जाती है।
कानून से बड़ा कोई नहीं है, राहुल गांधी भी नहीं: स्मृति इरानी
उन्होंने कहा, ‘आज जो लोग जांच एजेंसी पर दबाव डालना चाहते हैं, उनका ध्यान आकृष्ट करूंगी, दिल्ली उच्च न्यायालय के 2019 एक फैसले के वाक्य पर, ‘एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड के ऊपर राहुल और सोनिया गांधी जी का मालिकाना हक गैरकानूनी तौर पर संपत्ति पर अधिकार जमाने का एक प्रयास है। उन्होंने यह भी कहा, ‘आज जो गतिरोध कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के बुलावे पर कर रहे हैं, मैं देश को बताना चाहूंगी कि ये लोकतंत्र को बचाने का प्रयास नहीं, बल्कि गांधी परिवार की 2,000 करोड़ की संपत्ति को बचाने का प्रयास है।
श्रीमती ईरानी (Smriti Irani ) ने कहा कि जिस यंग इंडिया लिमिटेड को एक गैरलाभकारी धर्मार्थ कंपनी के रूप में गठित किया गया था। उस कंपनी ने अदालत में कहा था कि उसने कोई भी धर्मार्थ या परोपकार का कार्य नहीं किया है। उन्होंने गांधी से सवाल किया कि कोलकाता में हवाला कारोबार करने वाली डोटेक्स मर्चेण्डाइज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से उनका क्या संबंध है। उन्होंने कहा कि यह कंपनी काले धन को सफेद करने के धंधे से जुड़ी है।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा राजधानी में आंदोलन, धरना प्रदर्शन करने बारे में पूछे जाने पर ईरानी (Smriti Irani) ने कहा कि इस अराजकता फैलाने के पीछे लोकतंत्र नहीं बल्कि गैर कानूनी संपत्ति को बचाने की नीयत है। उन्होंने कहा कि पहले तो गांधी परिवार काला धन एकत्र करे और फिर जांच एजेंसियों पर दबाव बनाये। उन्हें समझ लेना चाहिए कि कानून से बड़ा कोई नहीं है, राहुल गांधी भी नहीं।
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