राहुल गांधी के साथ चलते वक्त सांसद संतोख सिंह को आया हार्ट अटैक, जानें, राजनीतिक सफर

santokh-singh-chaudhary 

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी का निधन

जालंधर (सच कहूँ न्यूज)। जालंधर से कांग्रेस पार्टी के लोकसभा सांसद संतोख सिंह चौधरी (santokh singh chaudhary ) का शनिवार सुबह ह्यभारत जोड़ो यात्राह्ण में हिस्सा लेने के दौरान निधन हो गया। शुरूआती रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। चौधरी के निधन के बाद यात्रा रोक दी गई। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विधायक राणा गुरजीत सिंह और विजय इंदर सिंगला के साथ अस्पताल में सांसद के परिवार से मिलने गए हैं।

पंजाब के सीएम ने जताया दु:ख | santokh singh chaudhary 

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्विटर पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, ‘जालंधर से कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी के असामयिक निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। यात्रा फिल्लौर इलाके से गुजर रही थी, जब सिंह को दिल का दौरा पड़ा। पता चला है कि वह गांधी के साथ कुष्ठ आश्रम से निकले थे, तभी अचेत होकर गिर पड़े। उन्हें पास के फगवाड़ा के विर्क अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। चौधरी के बेटे विक्रमजीत सिंह चौधरी फिल्लौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। संतोख सिंह ने दो बार लोकसभा चुनाव जीता था – पहली बार 2014 में और बाद में 2019 में।

लोकसभा अध्यक्ष ने जताया दु:ख

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चौधरी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘जालंधर से लोकसभा सांसद संतोख सिंह जी के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं। सुदीर्घ सार्वजनिक जीवन में जनहित के मुद्दों पर वे सदैव मुखर रहे। सदन में अनुशासन से अपनी बात रखना उनके व्यक्तित्व की खासियत थी। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।

चौधरी का जन्म 18 जून 1946 को धालीवाल में हुआ | santokh singh chaudhary 

गांधी की भारत जोड़ो यात्रा शनिवार को जालंधर में दाखिल होनी थी। रात का विश्राम फगवाड़ा में था। कपूरथला और जालंधर पुलिस के करीब एक हजार जवानों के कंधों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है। यात्रा सुबह सात बजे लुधियाना के लाडोवाल से शुरू हुई थी। चौधरी का जन्म 18 जून 1946 को धालीवाल में हुआ था। उन्होंने बीएएलएलबी की पढ़ाई की थी। वह मास्टर गुरबंता सिंह के पुत्र थे। उनकी माता का नाम संपूरण कौर है। उनका जन्म धालीवाल में हुआ था। उनका एक बेटा और एक बेटी है।

जालंधर लोकसभा सीट उन्होंने लगातार दूसरी बार जीती थी

जालंधर लोकसभा सीट उन्होंने लगातार दूसरी बार जीती थी। वर्ष 2014 में कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर उन्होंने अकाली दल के पवन कुमार टीनू को हराकर लोकसभा चुनाव जीता। अगस्त 2014 में वह अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कल्याण संबंधी समिति के सदस्‍य बने थे।

इसके अलावा वह सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता संबंधी स्थायी समिति और शहरी विकास मंत्रालय, आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन परामर्शदात्री समिति के सदस्‍य रहे। इससे पहले 2004 से लेकर 2010 तक वे पंजाब प्रदेश कांग्रेस के उपाध्‍यक्ष रहे। वर्ष 2002 में वह फिल्लौर विधानसभा सीट से लड़े और अकाली दल के उम्मीदवार सरवन सिंह फिल्लौर को हराकर कैबिनेट मंत्री बने। वर्ष 1992 में उन्होंने फिल्लौर विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के देव राज संधू को हराया था।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।