चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। निजीकरण के खिलाफ केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ के बिजलीकर्मियों (Electricity Workers’ Strike) की मंगलवार से शुरू होने वाली तीन दिवसीय हड़ताल को कांग्रेस ने सोमवार को समर्थन देने की घोषणा की। चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चावला ने यहां जारी बयान में कहा कि 25 हजार करोड़ रुपये के लाभकारी बिजली विभाग को नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से 871 करोड़ में निजी हाथों में सौंपने वाली बिक्री से उच्च स्तरीय भ्रष्टाचार की बू आ रही है और उच्चतम न्यायालय के किसी न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई से इसकी जांच करवाई जानी चाहिए।
चावला ने कहा कि विभाग को इसकी समूची संपत्तियों और जमीन के साथ बेचना ह्यजनविरोधीह्ण और ह्यराष्ट्र हित के खिलाफह्ण है। उन्होंने लोेगों से और कर्मचारी संगठनों से इसका पुरजोर विरोध कर सरकार पर दबाव बनाना चाहिए कि वह यह निर्णय वापस ले। उन्होंने लोगों से यह अपील भी की कि हड़ताल की वजह से होने वाली असुविधा को व्यापक राष्ट्र हित में बर्दाश्त करें क्योंकि भारतीय जनता पार्टी को कापोर्रेट सेक्टर में अपने दोस्तों को मुनाफा दिलाने के लिए राष्ट्रीय संपत्तियां मिट्टी के मोल बेचने से नहीं रोका गया तो यह देश के लिए बहुत बुरा होगा।
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