कांग्रेस में घमासान: हरीश रावत की पंजाब प्रभारी पद से छूटी तय! हरीश चौधरी को मिल सकती है जिम्मेदारी

Harish Rawat

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब कांग्रेस में घमासान जारी है। कल पंजाब सीएम ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी इस दौरान पंजाब प्रभारी हरीश रावत से भी मुलाकात की थी। वहीं हरीश रावत ने पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंद्र सिंह कैप्टन पर आरोप लगाए थे कि वह भाजपा के साथ मिलकर पंजाब कांग्रेस को गिराने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने उन्हें पंजाब में दो बार सीएम बनाया। उधर इसका पलटवार करते हुए कैप्टन ने कहा कि हरिश रावत झूठ बोल रहे हैं और उन्होंने जो वायदा किया था वे उससे मुकर गए है।

इस बीच आज एक खबर निकल कर आ रही है पंजाब में कांग्रेस आलाकमान ने बदलाव की तैयारी कर ली है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हरीश रावत को पंजाब के प्रदेश प्रभारी पद से हटाया जा सकता है और उनकी जगह हरीश चौधरी को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। गौरतलब हैं कि पंजाब में 15 दिन से एक के बाद एक परिवर्तन हो रहे हैं। पहले कैप्टन ने इस्तीफा दिया और चन्नी को सीएम बनाया गया उसके बाद सिद्धू ने भी इस्तीफा दे दिया। पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने इन मुद्दो को निपटाने के लिए अब तक नाकाम साबित हुए हैं।

रावत के आरोप कांग्रेस के पंजाब में बुरे दिन आने का संकेत: अमरिंदर

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि कांग्रेस के प्रदेश मामलों के प्रभारी हरीश रावत के उन पर लगाये गये आरोप इस बात का संकेत हैं कि राज्य में कांग्रेस के अब बुरे दिन आ चुके हैं। कैप्टन सिंह ने कल एक बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा ‘मुख्यमंत्री से हटने के तीन हफ्ते पहले उन्होंने श्रीमती सोनिया गांधी के समक्ष इस्तीफा देने का प्रस्ताव रखा था लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि आप ही मुख्य मंत्री रहें। उन्होंने कहा जिस प्रकार उन्हें हटाया गया वह अपमानजनक था।

उन्हें हटाने के लिए बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक से कुछ घंटे पहले उन्हें मजबूर किया गया कि वह इस्तीफा दे दें। उन्होंने कहा ‘सारी दुनिया ने देखा कि उन्हें किस प्रकार अपमानित किया गया इसके बावजूद रावत सच्चाई से उलट बात कर रहे हैं। अगर यह अपमान नहीं है तो और अपमान क्या होता है? श्री रावत को कुछ कहने के पहले मेरी जगह पर खुद को रखना चाहिए तब उन्हें समझ आएगा कि सब कुछ कितना अपमानजनक था।

क्या कहा था हरीश रावत ने

पूर्व मुख्यमंत्री ने याद दिलाया रावत ने उनसे मुलाकात के बाद सार्वजनिक रूप से कहा था कि वर्ष 2017 के चुनावों के समय जो वादे किए गए थे उन्हें पूरा किए जाने के मामले में वह उनकी सरकार की कार्यप्रणाली से संतुष्ट हैं। उन्होंने गत एक सितम्बर को यह भी कहा था कि अगला विधानसभा चुनाव उनके(कैप्टन) के नेतृत्च में ही लड़ा जाएगा और हाई कमान का उन्हें हटाने का कोई इरादा नहीं है। अब रावत यह कैसे कह सकते हैं कि पार्टी हाईकमान उनके काम से संतुष्ट नहीं था। अगर रावत की बात को सही भी मान लिया जाए तो मैं जानना चाहूंगा कि उन्हें इस विषय में अब तक अंधेरे में क्यों रखा गया?

कैप्टन ने सवाल किया कि नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी में मनमानी करने की छूट क्यों मिली हुई है? उनका कहना था, ‘ऐसा कौन सा दबाव है जिसके कारण पार्टी हाईकमान उसके सामने लाचार है और उसे कांग्रेस के भविष्य के साथ खिलावाड़ करने की छूट दी जा रही है?उन्होंने रावत के इस आरोप को पूरी तरह से गलत बताया कि चन्नी के शपथ-ग्रहण के बाद उन्होंने चन्नी से मिलने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि जिस दिन चन्नी का शपथ-ग्रहण समारोह था उस दिन चन्नी ने उन्हें फोन करके बताया था कि वह उनसे मिलने आएँगे लेकिन वह नहीं आए।

पंजाब सुरक्षित हाथों में ,अफवाहें फैलाने वालों को दी चेतावनी

पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने लोगों को आश्वासन दिया है कि पंजाब सुरक्षित हाथों में है और यदि कभी जरूरत पड़ी तो राज्य की सुरक्षा, अमन शान्ति और देश की अखंडता को कायम रखने के लिए किसी भी बलिदान से हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि चिंता मत करो, पंजाब सुरक्षित हाथों में है और जब भी जरूरत पड़ेगी तो हर तरह का बलिदान दिया जायेगा। उनके पास गृह विभाग भी है।

उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यह सत्य है कि पाकिस्तान और उसकी जासूसी एजेंसियाँ भारत और सरहदी पंजाब के लिए हमेशा खतरे पैदा करती रही हैं लेकिन पंजाबियों ने अपनी हिम्मत और हौसले से हर चुनौती का सामना किया है। उसकी ओर से की जा रहीं हरकतें नयी नहीं है, बल्कि यह तो पहले भी था और आगे भी रहेगा। उन्होंने पंजाब को देश का दाहिना हाथ कहा जिसने हर फ्रंट पर देश की रक्षा की है।

 

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