हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों व अधिकारियों को चेताया
(Anonymous Letter)
अश्वनी चावला चंडीगढ़। ‘गुमनाम पत्र’ के जरिए अगर आज के बाद किसी भी कर्मचारी या अधिकारी ने अपने सहकर्मी या फिर अधिकारी के खिलाफ कोई भी शिकायत की तो शिकायत पर बाद में विचार किया जाएगा, उससे पहले उस गुमनाम पत्र व शिकायत को भेजने वाले के खिलाफ ही नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई कर दी जाएगी। इसके बाद न कोई सुनवाई होगी और न ही किसी तरह की माफी दी जाएगी। यह सख्त आदेश हरियाणा सरकार के सचिवालय स्थापना विभाग के अधीक्षक द्वारा वीरवार को जारी कर दिए गए।
- इस पत्र के माध्यम से सिविल सेक्रेटरिएट में कार्यकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को स्पष्ट रूप में चेतावनी दे दी गई है ।
- इसके बाद किसी भी कर्मचारी या अधिकारी को चेतावनी देने की जगह सीधा कार्यवाही होगी।
कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ पहुंच रही है गुमनाम शिकायत पत्र
(Anonymous Letter)
जानकारी अनुसार हरियाणा सिविल सेक्रेटरिएट में कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की तरफ से अपने सहकर्मी या फिर अधिकारी के खिलाफ ही कार्रवाई करने के लिए पिछले काफी समय से गुमनाम शिकायत या फिर झूठे पत्र लिखे जा रहे थे। कुछ शिकायत पत्र पर शिकायतकर्ता का नाम, एड्रेस व फोन नंबर कुछ भी नहीं होता था। जबकि कुछ शिकायत पत्र पर सिर्फ अनजान नाम डालकर भेज दिया जा रहा था।
- नियमानुसार किसी भी तरह की शिकायत पहुंचने के पश्चात।
- अधिकारियों की तरफ से उस शिकायत पर पड़ताल करने के आदेश जारी कर दिए जाते हैं।
- जिसके चलते जिस कर्मचारी अधिकारी के खिलाफ शिकायत प्राप्त होती थी।
- उसे सुनवाई के दौरान ने सिर्फ अपना पक्ष रखना पड़ता था।
- शिकायत को झूठा भी साबित करना पड़ता था।
- इस पर अधिकारियों के साथ-साथ कर्मचारियों का भी काफी ज्यादा समय बर्बाद हो रहा है।
- जिस कारण हरियाणा सरकार की तरफ से यह आदेश जारी किया गया है।
90% गलत निकल रही है शिकायतें
हरियाणा सिविल सेक्रेटरिएट में होने वाली अधिकारियों में कर्मचारियों के खिलाफ 90% शिकायतें गलत निकल रही हैं। जिस पर लंबे कार्रवाई व सुनवाई होने के बाद गलत पाने पर इन तरह की शिकायतों को दाखिल दफ्तर किया जा रहा है। इस तरह की गलत व झूठी शिकायतों पर सुनवाई करने के चलते अधिकारियों का काफी समय ऐसी शिकायतों पर ही निकल जाता है, जबकि जिस काम के लिए वह तैनात है। वह काम करने में उन्हें समय ही नहीं मिल पा रहा है।
परेशान करने को करते हैं ऐसी शिकायतें
कुछ कर्मचारी अपने सहकर्मी या फिर अधिकारी को परेशान करने के लिए इस तरह की शिकायतें करने में लगे हुए हैं। कई बार तो देखने में आया है कि एक ही अधिकारी या फिर सहकर्मी के खिलाफ दर्जनों शिकायतें अधिकारियों के पास पहुंच रही हैं। जिन शिकायतों को नियमानुसार पूर्ण रूप से कार्रवाई के लिए रखा भी नहीं जा सकता है, क्योंकि शिकायत आने के बाद शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए जाते हैं और इस तरह की शिकायतों में शिकायतकर्ता का कोई भी अता-पता नहीं होने के चलते ही उसके बयान दर्ज नहीं किए जा सकते हैं।
- परंतु इस पूरे दौर में जिस अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ शिकायत आती है।
- वह जरूर कुछ समय के लिए परेशानी के दौर से गुजरता है।
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