लापरवाही बरतने वाले अधिकारी होंगे सस्पेंड
चंडीगढ़ (अश्वनी चावला)। पंजाब की जेलों में अब क्रिमिनल्स को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा। इसके लिए जेल के आरामदेह कमरे खत्म किए जा रहे हैं। उन्हें कैदियों की बैरक से बदलकर एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक बनाया जा रहा है। जहां जेल के अधिकारी और कर्मचारी काम करेंगे। यह ऐलान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Mann) ने किया।
उन्होंने कहा कि जेल सजा काटने के लिए है, शानदार कमरों में आराम के लिए नहीं। वहां बैडमिंटन खेलने और टीवी देखने के लिए नहीं है। इसलिए जेलों से यह सुविधाएं खत्म की जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि जेलों में अब मोबाइल की घंटी नहीं बजेगी।
मुख्यमंत्री मान (CM Mann) ने कहा कि सरकार बनने के बाद हमने जेलों में सर्च ड्राइव चलाई। जिसमें 710 मोबाइल बरामद किए गए। उन्होंने कहा कि इनके जरिए ही गैंगस्टर और क्रिमिनल जेल में बैठकर बाहर अपना नेटवर्क चला रहे थे। इस संबंध में पुलिस ने केस दर्ज किए हैं। जिनकी जांच भी की जा रही है।
जिसने मोबाइल अंदर पहुंचाया और जिसके नाम पर, सब पर एक्शन होगा
सीएम मान (CM Mann) ने कहा कि हमने जेल से मोबाइल फोन ही नहीं पकड़े बल्कि जिसके नाम पर वह मोबाइल था और जिसने अंदर पहुंचाया, उसकी भी जांच कर रहे हैं। इसके लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बना दी गई है। अगर कोई अफसर इस जांच में रूकावट बनेगा, उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि अपराधियों के लिए जेल आराम घर नहीं बल्कि सुधार घर बनेगी।
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