चंडीगढ़। (सच कहूँ/विजय शर्मा) भारत देश का हर कोना स्वच्छता की खुशबू से महके और विदेशी जब भी भारत आएं तो कोई हमारे देश को डर्टी इंडिया न कहे। इस सपने को अपने दिल में संजोकर ही डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने 21 सितम्बर 2011 को नई दिल्ली से ‘हो पृथ्वी साफ मिटे रोग अभिशाप’ सफाई महाअभियान की शुरूआत की। पूज्य गुरु जी के एक आह्वान पर भारत को स्वच्छ बनाने के लिए करोड़ों डेरा श्रद्धालुओं ने अब तक 33 शहरों, महानगरों व पवित्र नदियों से लाखों टन कूड़ा निकाल कर देश को स्वच्छता की सौगात दी है। पूज्य गुरु जी के ‘गंदगी’ के खिलाफ शुरू किये गए महाअभियान का परिणाम सामने आने लगा है। आपको जानकर खुशी होगी कि इस बार ‘राष्ट्रीय ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण’ में हरियाणा प्रदेश पूरे देश में दूसरे नंबर पर आया है। अब वो दिन भी दूर नहीं जब देश का हर राज्य, हर जिला, हर गांव, हर घर गंदगी से दूर, स्वच्छता की खुशबू से महक उठेगा। आपको बता दें कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन 15 सितंबर से लेकर महात्मा गांधी के जन्म दिवस दो अक्तूबर तक पूरे देश में हर साल स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जाता है। इसी के तहत भिवानी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान हरियाणा प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली ने इस बात की घोषणा की।
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देशभर में गांवों को स्वच्छ रखने में जहां भिवानी जिला प्रथम आया है वहीं हरियाणा प्रदेश ने दूसरा स्थान हासिल किया है। जो देशवासियों के लिए गौरव की बात है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय द्वारा स्वच्छ ग्रामीण सर्वेक्षण अभियान-2022 के तहत जो परिणाम सामने आए हैं उनमें सभी का सराहनीय योगदान रहा है। मैं देश की जनता का आभार जताता हूँ।
-देवेंद्र बबली, पंचायत एवं विकास मंत्री, हरियणा सरकार।
देश के पीएम व हरियाणा के सीएम भी हैं डेरा सच्चा सौदा सफाई महाअभियान के कायल
डेरा सच्चा सौदा के सफाई महाभियान की गूंज देशभर में सुनाई दे रही है। 28 अक्तूबर 2014 को जब
मुंबई में इस अभियान को चलाया गया तो लाखों डेरा श्रद्धालुओं के जुनून को देखकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दंग रह गए। उन्होंने अपने टिवट्र अकांउट के माध्यम से कहा कि ‘‘पूज्य गुरु जी ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को भारत वर्ष के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए देशभर के लोगों को प्रेरित कर रहे हैं, जिससे देश को जल्दी साफ और स्वच्छ बनाने में मद्द मिलेगी। वहीं पीएम ने डेरा सच्चा सौदा के सफाई महाभियान की प्रशंसा की और पूज्य गुरु जी व साध-संगत के प्रयासों को सराहनीय कार्य बताया था। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी ‘सफाई महाभियान’ को स्वच्छ भारत निर्माण की दिशा में सराहनीय कदम बता चुके हैं।
क्या है स्वच्छ ग्रामीण सर्वेक्षण अभियान
स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग अभ्यास भारत सरकार की एक गतिविधि है। जिसका उद्देश्य राज्यों एवं शहरी स्थानीय निकायों द्वारा स्वच्छता प्रयासों के स्तरों का आंकलन समयबद्ध और नवाचार तरीके से करना है। सर्वेक्षण का उद्देश्य कस्बों और शहरों को स्वच्छ बनाना और लोगों में इसके प्रति जागरूकता लाना है। भारत सरकार के इस अभियान में डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु जी की भूमिका अहम रही है। क्यों कि पूज्य गुरु जी ने एक नहीं, दो नहीं बल्कि पूरे 33 नगरों, महानगरों व पवित्र नदियों को गंदगी से मुक्त करने का काम किया है।
कहां और कब चला डेरा सच्चा सौदा का ‘सफाई महा अभियान’
1 | नई दिल्ली | 21,22 सितंबर 2011 | 4 लाख सेवादार | पौने दो दिन |
2 | जयपुर | 1 नवम्बर 2011 | 3 लाख सेवादार | 7 घंटे |
3 | बीकानेर | 23 नवम्बर 2011 | 3 लाख सेवादार | 4 घंटे |
4 | गुडग़ांव | 17 दिसम्बर 2011 | 3 लाख सेवादार | 7 घंटे |
5 | सिरसा | 24 दिसम्बर 2011 | 2 लाख सेवादार | 3 घंटे |
6 | जोधपुर | 7 फरवरी 2012 | 1 लाख सेवादार | 7 घंटे |
7 | कोटा | 17 मार्च 2012 | 2 लाख सेवादार | 6 घंटे |
8 | हौंशगाबाद | 31 मार्च 2012 | 50 हजार सेवादार | 3 घंटे |
9 | पुरी (उड़ीसा) | 5 मई 2012 | 12 हजार सेवादार | साढ़े 4 घंटे |
10 | हिसार | 25 अगस्त 2012 | 3 लाख सेवादार | 2 घंटे |
11 | ऋषिकेश | 1 नवम्बर 2012 | 2 लाख सेवादार | 4 घंटे |
12 | गंगा जी व हरिद्वार | 1 नवम्बर 2012 | 5 लाख सेवादार | 5 घंटे |
13 | अजमेर | 8 दिसम्बर 2012 | 2 लाख सेवादार | 4 घंटे |
14 | पुष्कर | 8 दिसम्बर 2012 | 70 हजार सेवादार | 2 घंटे |
15 | रोहतक | 13 फरवरी 2013 | 3 लाख सेवादार | 3 घंटे |
16 | फरीदाबाद | 2 मार्च 2013 | 3 लाख सेवादार | 3 घंटे |
17 | नरेला (दिल्ली) | 15 मार्च 2013 | 3 लाख सेवादार | 2 घंटे |
18 | करनाल | 24 मार्च 2013 | 3 लाख सेवादार | अढ़ाई घंटे |
19 | कैथल | 26 मार्च 2013 | 4 लाख सेवादार | 2 घंटे |
20 | नोएडा | 13 अप्रेल 2013 | अढ़ाई लाख सेवादार | साढ़े 6 घंटेेे |
21 | नई दिल्ली | 10/11 सितम्बर 2013 | 4 लाख सेवादार | 16 घंटे |
22 | सीकर (राज.) | 7 अक्तूबर 2013 | 2 लाख सेवादार | अढ़ाई घंटे |
23 | अलवर (राज.) | 8 अक्तूबर 2013 | 2 लाख सेवादार | साढ़े 3 घंटे |
24 | दौसा (राज.) | 9अक्तूबर 2013 | 1 लाख सेवादार | 2 घंटे |
25 | सवाईमाधोपुर (राज.) | 10 अक्तूबर 2013 | 1 लाख सेवादार | पौने 3 घंटे |
26 | श्योपुर (एमपी.) | 11 अक्तूबर 2013 | 70 हजार सेवादार | डेढ़ घंटा |
27 | टोंक (राज.) | 14 अक्तूबर 2013 | 70 हजार सेवादार | डेढ़ घंटा |
28 | मुम्बई | 28 अक्तूबर 2014 | 5 लाख सेवादार | 6 घंटे |
29 | पानीपत | 1 सितम्बर 2015 | 5 लाख सेवादार | 4:30 घंटे |
30 | जयपुर | 2 अक्तूरब 2016 | 50 हजार सेवादार | |
31 | करनाल | 6 मई 2017 | 5 लाख सेवादार | 2 घंटे |
32 | दिल्ली | 7 मई 2017 | 6 लाख सेवादार | 9 घंटे |
33 | गुरूग्राम | 6 मार्च 2022 | 4 लाख सेवादार | घंटे |
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