शाह सतनाम जी चौक से लेकर शाह सतनाम जी धाम तक सड़क मार्ग को किया चकाचक
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा का 74वां रूहानी स्थापना दिवस और 15वां जाम-ए-इन्सां गुरु का दिवस के अवसर पर 29 अप्रैल शुक्रवार को शाह सतनाम जी धाम, सरसा में पावन भंडारा हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। पावन भंडारे को लेकर सरसा के ब्लॉक कल्याणनगर की साध-संगत ने शाह सतनाम सिंह जी चौक से लेकर शाह सतनाम जी धाम तक सड़क मार्ग को सफाई कर चकाचक बना दिया। पावन भंडारे को लेकर साध-संगत में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। पावन भंडारे को लेकर साध-संगत सुबह से ही शाह सतनाम जी धाम सरसा में पहुंचनी शुरू हो गई है। भीषण गर्मी को देखते हुए जगह-जगह पानी की व्यवस्था की गई है। सड़क मार्ग पर ट्रैफिक समिति सेवादारों की डयूटियां लगा दी गई है जिससे जाम जैसी स्थिति पैदा न हो।
गौरतलब है कि पूजनीय बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज ने 29 अपै्रल 1948 को डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की थी। दूसरी पातशाही पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज ने देश के विभिन्न हिस्सों में हजारों सत्संग कर लाखों लोगों को गुरु मंत्र देकर इंसानियत के मार्ग पर चलाया और पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु 138 मानवता भलाई कार्यों को करने में जुटे हुए हैं।
इन लोक भलाई के कार्यों में गरीब बच्चों को अच्छी सेहत के लिए पौष्टिक आहार देना, महिलाओं को रोजगार में आत्मनिर्भर बनाने के लिए नि:शुल्क सिलाई मशीनें देना, रक्तदान, शरीरदान, गुर्दा दान, पौधारोपण, गरीबों को मकान बनाकर देना, गरीब कन्याओं की शादी करवाना, राशन वितरण, नेत्रदान, लोगों का नशा छुड़वाना, आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों का निशुल्क इलाज करवाना, निशक्त जनों को सहारा देने के लिए ट्राई साइकिल देना सहित अनेक कार्य शामिल है। वहीं 29 अप्रैल 2007 को पूज्य गुरु जी ने रूहानी जाम की शुरूआत कर मर चुकी इंसानियत को जिंदा करने का बीड़ा उठाया।
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