छात्रों को स्कूलों में ऑड-ईवन के तहत जाएगा बुलाया
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हाथों से लेकर जूते तक किये जाएंगे सैनिटाइज
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16 से खुलेंगे स्कूल और आईटीआई
सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। राज्य में नये कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आ गई है। परंतु देश के बड़े डॉक्टर और वैज्ञानिक तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं। इस बीच राज्य सरकार राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) व स्कूल खोलने जा रही हैं। सबसे पहले 16 जुलाई से स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं शुरू होंगी तथा इसके पश्चात 23 जुलाई से छठी से 8वीं तक की कक्षाएं लगेंगी। गर्मी के मौसम को मद्देनजर रखते हुए स्कूलों में कक्षाएं सुबह 8: 30 से 11: 30 बजे तक ही लगेंगी। इसको लेकर संस्थानों में साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन का छिड़काव सहित अन्य तैयारियां शुरू हो गई है।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए विद्यार्थियों के बीच कम से कम छह फीट की दूरी रखी जाएगी। वहीं 16 जुलाई से ही आईटीआई संस्थानों में विद्यार्थियों को बुलाया गया है। लेकिन एक कक्षा के कितने बच्चों ने आना है और कितने समय उनकी कक्षाएं लगेगी, इसको लेकर अभी संबधित विभाग ने कोई स्पष्ट गाइडलाइन जारी नहीं की है। जिसके कारण आईटीआई प्रशासन असमंजस की स्थिति में है। हालांकि आईटीआई संस्थान के स्टाफ ने 11 जुलाई से आना शुरू कर दिया है।
ऑड-ईवन के तहत विद्यार्थियों को बुलाया जाएगा स्कूल
स्कूलों में बच्चों को फिलहाल ऑड-ईवन के तहत बुलाया जाएगा। हाथों से लेकर जूतों तक को सैनिटाइज किया जाएगा और अभी ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा नहीं दी जाएगी। एक कक्षा में 15 से 20 ही विद्यार्थी बैठेंगे। हर डेस्क पर विद्यार्थी का नाम लिखा जाएगा। वहीं विद्यार्थी एक दूसरे से स्टेशनरी भी शेयर नहीं करेंगे। मिड-डे-मील नहीं मिलेगा। सिर्फ राशन दिया जाएगा। जो विद्यार्थी घर रहकर पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखनी होगी। उपस्थिति को लेकर कोई बाध्यता नहीं रहेगी, न ही दबाव बनाया जाएगा।
मॉनिटरिंग के लिए बनेगी कमेटी
इस बार एसओपी का पालन कराने के लिए स्कूलों में कमेटी बनेगी। विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष इसके अध्यक्ष होंगे। स्कूल मुखिया सदस्य सचिव, पीटीआई या डीपी के साथ 2 अध्यापक प्रति सप्ताह सदस्य होंगे। कंप्यूटर अध्यापक, सभी सदनों के अध्यक्ष, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट गाइड के विद्यार्थी, सक्षम युवा भी सदस्य होंगे। कमेटी को किसी कक्षा में मिले कोविड पॉजिटिव केस में मेडिकल सहायता, परामर्श और जांच के लिए समन्वय करना। लापरवाही पर कार्रवाई करना।
पैरेंट्स से अपील, बच्चों को साइकिल से स्कूल भेजने के लिए करें प्रोत्साहित
स्कूल आने वाले विद्यार्थी, स्टाफ व अन्य लोगों का गेट पर तापमान चेक होगा। अवसर एप पर हाजिरी के साथ यह भी दर्ज होगा। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय तक जाएगी। एक दिन में 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही स्कूल बुलाए जाएंगे। स्कूल आने के लिए विद्यार्थी को पैरेंट्स से लिखित अनुमति लेनी होगी। माता-पिता से अपील की गई है कि बच्चों को साइकिल से स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित करें। ताकि बच्चों की इम्यूनिटी मजबूत हो। स्कूलों में आने-जाने के कक्षावार रास्ते बनाए जाएंगे। स्कूल में एक से अधिक गेट होंगे। स्कूलों के खोलने व बंद करने का समुचित अंतराल से सेक्शनवाइज कार्यक्रम बनेगा।
‘‘16 जुलाई से 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं। जिसको लेकर स्कूलों में तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार एसओपी की पालना कराने के लिए स्कूलों में विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष के नेतृत्व में कमेटी बनेगी।
संतकुमार, जिला शिक्षा अधिकारी, सरसा।
‘‘राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में स्टाफ 11 जुलाई से आ रहा है और 16 जुलाई से संस्थानों में विद्यार्थियों को भी बुलाया गया है। जिसको लेकर संस्थान में साफ-सफाई व कोविड-19 से बचाव संबंधी उपाय किये जा रहे है।
लालचंद रेवाड़िया, प्रधानाचार्य, गवर्नमेंट बॉयज आईटीआई सरसा।
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