सफाई करवाएं साहब, नहीं तो फैल जाएंगी बीमारियां
सफाई के नाम पर लीपापोती करते हैं सफाई कर्मचारी
सच कहूँ/रोहित लामसर
तरावड़ी। कस्बा तरावड़ी व बराड़ा में जगह-जगह पर लगे गंदगी के ढ़ेर जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान की पोल खोल रहे हैं वहीं इससे शहर की सुंदरता को भी ग्रहण लगा है। आलम यह है कि जहां से भी गुजरेंगे, वहीं पर गंदगी की बदबू का सामना करना पड़ेगा। ऐसा भी नहीं है कि सफाई कर्मचारी सफाई नहीं करते, वह सफाई करते हैं, लेकिन नाममात्र। सफाई करने के बाद गदंगी के ढेÞर सड़कों के किनारे छोड़ जाते हैं, जिसके बाद पशु गंदगी के ढ़ेरों में मुंह मारते हैं ओर गंदगी सडकों पर फैल जाती है, जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बनती है।
सफाई करने के बाद गंदगी के ढ़ेरों को छोड़ देते हैं सड़क पर
तरावड़ी के गुरुद्वारा रोड, पहलवान कालोनी, डोडवा बस्ती, फुटटी तरावड़ी, मेन बाजार व करनाली गेट समेत अन्य जगहों पर लगे गंदगी के ढेर लोगों के सिर में दर्द कर रहे हैं। रवि, मोहित, पंकज, यशु, मोहित भारद्वाज, विशाल व कमल समेत अन्य लोगों ने बताया कि पूजास्थल के आसपास से आते-जाते समय बदबू का सामना करना पड़ता है। गंदगी के ढ़ेर बीमारी फैलने का अंदेशा बने हैं। उन्होंने पूजास्थल के पास से गंदगी के ढ़ेरों को उठवाने की मांग की है।
रोजाना सफाई करते हैं सफाई कर्मचारी
रोजाना सफाई कर्मचारी सफाई करते हैं। जब भी कहीं गदंगी की शिकायत मिलती है तो तुरंत सफाई कर्मचारियों को भेजकर गंदगी का उठान करवा दिया जाता है। यदि धार्मिक स्थल के पास गंदगी पड़ी है तो वह कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर जरूर उठवाएंगे।
पवित्र गुलिया। नगरपालिका सचिव तरावड़ी।
देख लीजिए बराड़ा अनाज मंडी का हाल
सड़कों, नालियों, शौचालयों की हालत भी खस्ता
बराड़ा सच कहूँ/संदीप । कस्बा की अनाज मंडी में जगह-जगह गंदगी व कूड़ा पसरा है इसके साथ-साथ आवारा पशुओ, अवरूद्ध नालियों, टूटी सड़कों तथा दूषित शौचालयों के चलते मंडी में अनाज बेचने आए किसान, आढ़ती , मजदूर सभी दुर्गंध व विभत्स दृश्य से जूझने को विवश हैं। मंडी गेट पर पड़े कूड़े में दिनभर कुत्ते व सूअर गंदगी में वह मारते देखे जा सकते हैं। यह जानवर न केवल कूड़े को और फैला देते हैं बल्कि राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बनते हैं। मंडी में सरसों की फसल की आवक का समय है जिसके चलते मंडी में आवारा पशु घूम रहे हैं पशु फड़ों पर सूख रहे तथा बिक्री के लिए अनाज के ढेर में मुंह मारते, खाते तथा बर्बाद करते हैं तथा गोबर मुत्र से अनाज व मंडी को गंदा करते हैं।
कृषक मंगत राम, रोणकी राम, राम सिंह, गुरनाम तथा दिलीप सिंह का कहना है कि मंडी में अनाज को थोड़ी देर के लिए हम छोड़कर खाना खाने भी नहीं जा सकते। क्योंकि आवारा पशुओं के घूम रहे झुंड फसल को खाने लगते हैं। मंडी प्रशासन की ओर से इन पशुओं तथा अन्य किसी भी प्रकार के नुकसान को रोकने के लिए चौकी तक उपलब्ध नहीं है। मार्केट कमेटी बराड़ा के चेयरमैन लोचन शर्मा का कहना है कि गत कुछ समय से नगर पालिका के सफाई कर्मचारी अनाज मंडी क्षेत्र में कूड़ा फेंकने का काम करते हैं। शीघ्र चेतावनी बोर्ड लगा कर दोषियों के विरुद्ध जुमार्ना सहित यथा योग्य दंडनीय कार्यवाही आरंभ की जाएगी।
सड़कों-नालियों व शौचालयों की हालत खस्ता।
अनाज मंडी में सीवरेज पाइप लाइन डाली गई थी जिसके चलते सड़क को उखाड़ा गया था परंतु काफी समय बीत जाने पर भी टूटी-फूटी सड़क को बार-बार स्मरण पत्र भेजने के बाद भी मंडी बोर्ड की अभियंत्रिकी शाखा द्वारा ठीक नहीं किया गया।
इसके अतिरिक्त स्थन-2 पर नालियों में घास उग जाने से अवरुद्ध पड़ी हैं। जिसके चलते हल्की वर्षा में भी गंदा पानी खड़ा हो जाता है। अधिकांश शौचालय पर ताला लटका दिया गया एक दो खुले शौचालयों में भी सफाई कर्मचारी की नियुक्ति न होने के कारण दूषित व दुर्गंध का आलम है। जिससे लोग इनके प्रयोग की अपेक्षा खुले में शौच कर राष्ट्रीय शर्म झेलने को विवश हंै।
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