Kodo Millet Benefits: हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी में हम क्या खाते हैं, क्या नहीं खाते, इसका बहुत ही महत्वपूर्ण रोल है। हमारे घर की रसोई में ऐसी-ऐसी चीजें मौजूद होती हैं जो पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। ऐसी ही एक चीज है कोदो मिलेट्स यानि कोदो बाजरा, जिसे गरीबों का चावल भी कहा जाता है। कोदो मिलेट आकार में छोटा और गोल मटोल होता है, जो पोषक तत्वों से भरपूर होता है। कोलेस्ट्रॉल से लेकर ब्लड शुगर तक को कम करने में यह अमृत तुल्य गुणवान है।
कोदो बाजरा जादुई बाजरा होता है, जो आपके भोजन में अवश्य शामिल होना चाहिए। कोदो बाजरा जिसे स्थानीय रूप से चावल घास, डिच बाजरा, अंग्रेजी में गाय घास, तेलुगु में अरका और मराठी में कोदरा के रूप में जाना जाता है। कोदो बाजरा अनाज वार्षिक अनाज है जो हल्के लाल से लेकर गहरे भूरे रंग का होता है। भारत में कोदो बाजरा की खेती लगभग 3000 साल पहले शुरू हुई थी। इसकी खेती भारत के अलावा रूस, चीन, अफ्रीका और जापान में की जाती है। भारत में यह मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और छत्तीसगढ़ में व्यापक रूप से उगाया जाता है। आर्थिक और पाक लाभों के अलावा, कोदो बाजरा के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। Kodo Millet Benefits
कोदो बाजरा काबोर्हाइड्रेट, प्रोटीन और आहार फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें नियासिन और राइबोफ्लेविन जैसे विटामिन और कैल्शियम, आयरन और फास्फोरस जैसे खनिज होते हैं। कोदो बाजरा में पाए जाने वाले फाइटोकेमिकल्स में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ फेनोलिक यौगिक जैसे वैनिलिक एसिड, गैलिक एसिड, टैनिन, फेरुलिक एसिड आदि शामिल हैं।
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कोदो बाजरे के बेमिसाल फायदे
इंसुलिन बढ़ाने में करता है मदद-एक न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार कोदो बाजरे में पोषक तत्वों का खजाना छिपा है। इसमें कई प्रकार के विटामिन, मिनिरल्स और फायटोकेमिकल्स होते हैं। इसमें 8.3 प्रतिशत प्रोटीन और 9 प्रतिशत फाइबर होता है। इसमें फेनोलिक एसिड होता है जो पैंक्रियाज में एमाइलेज को बढ़ाता है जो इंसुलिन के प्रोडक्शन को प्रोत्साहित करता है। सबसे बड़ी बात कि इससे ब्लड शुगर नहीं बढ़ता है।
कैंसर रोगियों के लिए रामबाणा-कोदो बाजरे में फेनोलिक एसिड के साथ-साथ टेनिन और फायटेट्स होते हैं जो एंटी-न्टूट्रेंट्स की तरह व्यवहार करता है। यह कोलोन और ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम करता है।
हार्ट अटैक के खतरे को करे कम: बता दें कि इंसान में मोटापा, स्मोकिंग, गलत खान-पान और गतिहीन एक्टिविटी के कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। इन बुरी आदतों के कारण हार्ट के मसल्स में जो स्ट्रेन पड़ते हैं और जो फ्री रेडिकल्स बनते हैं कोदो बाजरे के सेवन से इन चीजों से छुटकारा मिलता है। इससे हार्ट अटैक का जोखिम हो जाता है।
नर्वस सिस्टम बूस्ट करे: कोदो बाजरे में लेसीथिन नाम का कंपाउड मौजूद होता है जो नर्वस सिस्टम को बूस्ट करता है। इससे मूड ठीक रहता है और दिमाग पर तनाव नहीं रहता है।
त्वचा के लिए लाभदायक-कोदो बाजरे में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स और फेनोलिक एसिड पाया जाता है। इसके अलावा फ्लेवेनोएड भी पाया जाता है। यह सब मिलकर फ्री रेडिकल्स को शरीर से दूर करता है। फ्री रेडिकल्स कम होने के कारण त्वचा से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होता है। इन सबसे त्वचा में जो सेल्स डैमेज होता है उसकी भरपाई तुरंत हो जाती है। इससे त्वचा चमकदार बनती है।
नोट: लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी दवा का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने नजदीकी डाक्टर से संपर्क करें।