संदीप सिंहमार। School Holiday/Summer Vacation : देशभर के विभिन्न राज्यों में इन दिनों गर्मी की वजह से स्कूल बंद चल रहे हैं। हालांकि गर्मी की छुट्टियों का शेड्यूल हर राज्य का अलग-अलग है। कहीं पर वार्षिक शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार गर्मी व सर्दियों की छुट्टियां घोषित की जाती है तो किसी राज्य में जब जैसा मौसम हो उसी के अनुसार छुट्टियां घोषित कर दी जाती है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि बदलते मौसम को देखते हुए छुट्टियां बढ़ानी भी बढ़ जाती है। लेकिन इस बार अफवाहों के इस दौर में हरियाणा प्रदेश में स्कूलों की छुट्टियां अभी तक बढ़ने का कोई सर्कुलर जारी नहीं हुआ है। School Holiday
लेकिन यहां बताना उचित होगा कि पहले जहां प्रदेशभर के सरकारी व निजी स्कूल एक जुलाई को खुलते थे। इस बार सभी सरकारी व निजी स्कूल 3 जुलाई को खुलेंगे। इसका कारण गर्मी नहीं बल्कि 1 जुलाई को शनिवार वह 2 जुलाई को रविवार होना है। इसी तकनीकी कारण की वजह से 2 दिन की छुट्टियां अधिक है।
लेकिन इस बात में भी कोई दो राय नहीं है कि यदि गर्मी का अधिकतम तापमान इसी तरह बढ़ता रहा तो शिक्षा निदेशालय और छुट्टियां बढ़ाने पर विचार करना पड़ सकता है। क्योंकि वर्तमान में हरियाणा प्रदेश के अधिकतर राज्यों में जहां अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है। वहीं रात का तापमान भी 31 डिग्री तक पहुंच चुका है। कह सकते हैं कि दिन के साथ-साथ अब रातें भी तपने लगी है।
मध्यप्रदेश: प्राथमिक विद्यालय 1 जुलाई से होंगे प्रारंभ | Summer Vacations
स्कूल शिक्षा विभाग ने भीषण गर्मी और तापमान में वृद्धि से विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव को ध्यान में रखते हुए सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के लिए ग्रीष्मावकाश को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार जारी आदेश के अनुसार कक्षा 1 से 5वीं तक के प्राथमिक विद्यालय 1 जुलाई से प्रारंभ होंगे। कक्षा 6 से 12वीं तक के विद्यालयों में कक्षाएँ 20 से 30 जून तक सुबह की पाली (मॉर्निंग शिफ्ट) में संचालित होंगी। कक्षा 5वीं की परीक्षाएँ पूर्व निर्धारित समय-सारणी के अनुसार होगी। सभी विद्यालयों में सभी कक्षाएँ नियमित समय-सारणी के अनुसार 1 जुलाई से संचालित होगी।
बिजली भी सताने लगी | School Holiday
दूसरी तरफ मौसम की मार झेल रहे लोगों को बिजली विभाग की मार भी झेलनी पड़ रही है। तापमान की तरह बिजली भी अपना कब रुख पलट दे, इस बात के बारे में पहले से कुछ भी नहीं पता होता। हरियाणा का बिजली विभाग इस बात का दावा करता रहा है कि जब भी कभी आंधी-तूफान या मौसम खराब होता है तो उनकी मोबाइल टीम बिजली दुरुस्त करने के लिए तैनात रहती है। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो बिजली का इतना बुरा हाल है कि यदि रात को एक बार बिजली गुल हो जाती है तो दूसरे दिन दोपहर तक भी बिजली दुरुस्त नहीं हो पाती। जिसकी वजह से ग्रामीणों को मौसम की दूरी मार झेलनी पड़ रही है।
इस बार मौसम ने भी तरसाया | School Holiday
आमतौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून उत्तर भारत में 25 जून के आसपास तक प्रवेश कर जाता है। लेकिन इस बार अरब सागर से उठे विपरजॉय चक्रवती तूफान की वजह से मॉनसून की गति धीमी पड़ गई है। यही सबसे बड़ी वजह है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून अभी तक उत्तरी भारत में कहीं भी प्रवेश नहीं कर पाया है। इतना ही नहीं अभी तक तो प्री मॉनसून की भी आशंका नहीं है।
सिर्फ पश्चिमी-विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से कहीं-कहीं बूंदाबांदी जरूर देखने को मिलती है। भारत मौसम विभाग व चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के मौसम बुलेटिन के अनुसार 25 जून तक मौसम इसी प्रकार खुश्क बना रहेगा। इस दौरान अधिकतम व न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। लेकिन 25 से 27 जून के बीच मौसम में बदलाव आएगा। इस दौरान हरियाणा राज्य सहित दिल्ली एनसीआर में बादल वाईवाई छाई रहेगी। 27 जून के बीच में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। लेकिन दक्षिण पश्चिम मानसून का प्रवेश 30 जून के बाद ही तय माना जा रहा है।