तोशाम (सच कहूँ न्यूज)। तोशाम निवासी चिराग महता का यूक्रेन (Ukraine) से लौटने पर परिजनों के साथ ग्रामवासियों ने भव्य स्वागत किया। चिराग के सकुशल लौटने से परिजनों में खुशी का माहौल है और उन्होंने सरकार का धन्यवाद किया है। चिराग का कहना है कि वह यूक्रेन के शहर लवीव में एमबीबीएस के तीसरे वर्ष का छात्र था। युद्ध के कारण उसकी पढ़ाई पूरी तरह बाधित हो गई। उन्होंने कहा कि युद्ध के पश्चात यूक्रेन में हालत बुरी तरह बिगड़ गए और उसे लवीव शहर से रोमानिया जाना पड़ा। रोमानिया में उसे भारतीय दूतावास से काफी सहायता मिली और खाने और रहने के लिए अधिक संघर्ष नहीं करना पड़ा।
उनका कहना है कि हवाई कंपनियों ने टिकट के मूल्यों में भारी वृद्धि कर दी, जहां आमतौर पर 300 डालर में टिकट मिल जाती थी। वहीं हवाई कंपनियों ने टिकट के दाम 1000 डालर तक बढ़ा दिए। उन्होंने कहा कि उनके अभी भी कुछ सहपाठी यूक्रेन (Ukraine) में ही है परंतु अधिकतर लोग वहां से निकल चुके हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें कुछ परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ा, परंतु सरकार ने वहां से निकलने में पूरी मदद की और उन्हें नि:शुल्क ही देश में पहुंचाया। वह देश में पहुंचकर खुश हैं और उम्मीद करते हैं कि उनके बचे हुए सहपाठी भी देश में सकुशल पहुंच पाएंगे।
चिराग के माता-पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का धन्यवाद किया और कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से ही उनके बेटे सहित देश के हजारों बेटे बेटियां सकुशल देश पहुंच पाए हैं। चिराग ने बताया कि वह 24 फरवरी से 28 फरवरी तक लवीव शहर में रहा। युद्ध के दौरान वहां सायरन बजते ही बंकरों में जाना पड़ा और धमाकों का यह मंजर ताऊ उम्र याद रहेगा। उसके बाद वे रोमानिया पहुंच गए थे और वहां कैंप में चार दिन बिताए और इस दौरान उन्होंने खाने पीने की कोई दिक्कत नहीं हुई।
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