वाशिंगटन। अमेरिका ने उम्मीद जतायी है कि चीन पश्चिमी देशों की तरफ से रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के प्रभाव को कम करने में मदद नहीं करेगा और प्रतिबंधात्मक उपायों का समर्थन करेगा। अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को एक सम्मेलन में कहा, “ इतना तो तय है कि चीन रूस के पक्ष में आगे नहीं आयेगा। ज्ञात हुआ है कि चीन ने अपने उन कुछ बैंकों पर इसलिए प्रतिबंध लगाया है, जिन्होंने रूस से ऊर्जा की खरीद को सुविधाजनक बनाने के लिए वित्त प्रदान किया था। इससे लगता है कि चीन अब अमेरिका के लगाए प्रतिबंधों का सम्मान करने लगा है।” उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, इटली, कनाडा और अमेरिका ने यूक्रेन की मौजूदा स्थिति को देखते हुए रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने की बात पर सहमत जतायी है।
अमेरिका ने रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष पर लगाया प्रतिबंध
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने ट्रेजरी विभाग को आने वाले दिनों में रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिये हैं। अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा , “ राष्ट्रपति ने ट्रेजरी विभाग के सचिव को आने वाले दिनों में रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिये हैं।”
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