अब शी के विचारों को संविधान में पढ़ेगा देश

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बीजिंग: चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) ने 19वीं कांग्रेस में प्रेसिडेंट शी जिनपिंग की विचारधारा को संविधान में शामिल कर लिया। उन्हें चीन के पहले कम्युनिस्ट नेता और राष्ट्रपिता कहे जाने वाले माओत्से तुंग के बराबर दर्जा दिया गया है।

यानी वो मौजूदा वक्त में चीन के सबसे शक्तिशाली नेता बन गए हैं। जिनपिंग को दूसरा कार्यकाल मिलना तय है, जिसका औपचारिक तौर पर एलान बुधवार को होगा।कांग्रेस में सीपीसी के सभी 2287 सदस्यों ने संविधान में ‘शी जिनपिंग थॉट’ को शामिल करने के पक्ष में वोटिंग की। विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा।

अब चीन के स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में ‘शी जिनपिंग थॉट’ को पढ़ाया जाएगा। सरकारी कर्मचारी और सीपीसी के 9 करोड़ कार्यकर्ताओं को भी इसके बारे में बताया जाएगा। इस थॉट पर चीन में नीतियां भी बनेंगी। सीपीसी ने इस नए युग को आधुनिक चीन का तीसरा चैप्टर बताया है। जिनपिंग को दूसरा कार्यकाल मिलना तय है।

इसका औपचारिक एलान बुधवार को होगा। नंबर दो:चीन में ‘शी जिनपिंग थॉट’ से पहले दो नेताओं के विचार को सीपीसी ने संविधान में शामिल किया था। इनमें पहला नाम माओत्से तुंग है। माओ थॉट को पार्टी ने उनके जिंदा रहते ही संविधान में जगह दी थी। दूसरा नाम देंग जियाओपिंग का है।

 

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