अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिक स्पोर्ट्स डे पर बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में दिखाया टैलेंट

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Pehowa News: अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिक स्पोर्ट्स डे पर बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में दिखाया टैलेंट

पूर्व ओलंपियन अर्जुन एवं भीम अवार्डी बॉक्सर मनोज कुमार ने बतौर मुख्यातिथि बच्चों को किया मोटिवेट

पिहोवा (सच कहूँ न्यूज़)। Pehowa News: शिक्षा के क्षेत्र में अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल के 5 वर्ष पुरे होने पर अंबाला हिसार हाइवे पिहोवा बाईपास पर स्थित अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल में वार्षिक स्पोर्ट्स डे मनाया गया। इस मौके पर बच्चों ने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में अपना टैलेंट दिखाया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि अर्जुन एवं भीम अवार्डी पूर्व ओलंपियन बॉक्सर मनोज कुमार व जिला परिषद अध्यक्ष कंवलजीत कौर और खंड शिक्षा अधिकारी राम राज व स्कूल के एमडी विपिन काहडा ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। Kurukshetra News

बाक्सर मनोज कुमार ने बच्चों को खेलों के प्रति मोटिवेट करते हुए कहा कि खेलों में नाम और फेम दोनों हैं। बच्चे खेलों में अपना करियर बना सकते हैं। इसके लिए बच्चे नियमित रूप से अभ्यास करके अपना एक लक्ष्य निर्धारित करें और उसकी प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत करें। और जितना भी हो सके जंक फूड और मोबाईल से बचें l उन्होंने कहा कि बच्चों को खेलों में जिस तरह के मार्गदर्शन की जरूरत होगी। वे समय-समय पर उनके बीच उपस्थित होकर उन्हें पूरी जानकारी देंगे। जिला परिषद की अध्यक्ष कंवलजीत कौर ने स्कूल मैनेजमेंट को पांचवी वर्षगांठ पर और वार्षिक खेल महोत्सव को लेकर बधाई दी और उन्होंने कहा कि बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल दिन-रात मेहनत कर रहा है और बच्चों को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है। चेयरपर्सन पूनम काहड़ा ने कहा कि अनुशासन का दूसरा नाम खेल है। Kurukshetra News

जो बच्चा शुरू से ही खेलों की लत लगा लेता है। उस पर युवावस्था में नशे जैसी नकारात्मक प्रवृत्ति हावी नहीं होती। खेलों का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है खेलों से ही बच्चा शरीर के साथ-साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहता है l प्रिंसिपल शोबे मैथ्यू ने बताया कि बच्चों ने 100,200,400 मीटर दौड़, 800 मीटर दौड़, रिले रेस, शॉट पुट, लॉन्ग जंप जैसे रोमांचक मुकाबलों में अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को शारीरिक मानसिक रूप से स्वस्थ बनाते हुए उनके अंदर टीम वर्क एवं अनुशासन की भावना पैदा करना रहा। बच्चों के सर्वांगीण विकास में अध्यापक एवं अभिभावक मिलकर कार्य करें तो सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। एमडी जन्नत काहड़ा ने बताया कि इससे पूर्व भी स्कूल के बच्चे कई प्रतियोगिताओं में देश और प्रदेश स्तर पर अपना और स्कूल का नाम रोशन कर चुके हैं। विजेता बच्चों को मेडल और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर स्कूल के बच्चे अभिभावक स्टाफ मेंबर मौजूद रहे। Kurukshetra News

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