बच्चे तनाव में न रहे इसी उद्देश्य को लेकर किया आॅनलाइन प्रतियोगिताओं का आयोजन (Child Welfare Counci)
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परिषद् के मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने राज्य एवं जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पर रहे बच्चों को किया सम्मानित
सच कहूँ/सुनील वर्मा
सरसा। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् के मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने कहा कि परिषद का लक्ष्य है कि प्रत्येक बच्चे के चेहरे पर मुस्कान हो। कोरोना काल के दौरान बच्चे किसी भी प्रकार के तनाव में न रहे तथा उनकी गतिविधियों जारी रहे, इसी उद्देश्य को लेकर परिषद द्वारा आॅनलाइन राज्य स्तरीय ग्रीष्मकालीन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था और परिषद् इसमें सफल भी रहा है। वे बुधवार को स्थानीय बाल भवन में आॅनलाइन राज्य स्तरीय ग्रीष्मकालीन प्रतियोगिताओं के विजेताओं के लिए आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर मंडल बाल कल्याण अधिकारी कमलेश चाहर, जिला बाल कल्याण अधिकारी पूनम नागपाल, सहायक प्रेम कुमार सहित जिला बाल कल्याण परिषद् के आजीवन सदस्य दलीप जैन, ललित मोहन जैन, प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागी बच्चे व उनके अभिभावक मौजूद थे। इस अवसर पर राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में जिला सरसा के पांच विजेता बच्चों तथा जिला स्तरीय प्रतियोगिताओ के विजेता 88 बच्चों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया, शेष विजेताओं को बाद में सम्मानित किया जाएगा।
दो लाख 12 हजार 837 बच्चों ने दिखाई अपनी प्रतिभा
महासचिव प्रवीण अत्री ने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् के अध्यक्ष एवं महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, उपाध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल से चर्चा करके राज्य बाल कल्याण परिषद् की गतिविधियों को और अधिक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में परिषद् द्वारा 17 मई से छह जून तक आॅनलाइन ग्रीष्मकालीन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें 36 प्रकार की विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रदेश के दो लाख 12 हजार 837 बच्चों ने अपनी प्रतिभा का हुनर दिखाया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के चलते इन प्रतियोगिताओं का आयोजन आॅनलाइन माध्यम से किया गया था, भविष्य में परिषद् का प्रयास रहेगा कि प्रतियोगिताओं को पुन: फिजिकल माध्यम से आयोजित किया जाए।
दूध-दही का खाना-नशा मुक्त हरियाणा मुहिम शुरू
इंटरनेशनल ड्रग्स डे पर परिषद् द्वारा दूध-दही का खाना-नशा मुक्त हरियाणा मुहिम की शुरूआत की गई तथा साइकिल यात्राएं भी निकाली गई। परिषद् द्वारा संचालित नशा मुक्ति केंद्रों में नशे के ग्रस्त व्यक्तियों को उपचार व काउंसलिंग सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति केवल व्यक्ति की इच्छा शक्ति से ही संभव होता है। नशा न केवल व्यक्ति को बल्कि पूरे परिवार व समाज को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि परिषद् द्वारा बाल मजदूरी, नशा व भीख से मुक्ति दिलाने के लिए योजना तैयार की जा रही है। इस के साथ ही परिषद् द्वारा करनाल में 12 अगस्त को एक शाम शहीदों के नाम राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा तथा उन्हें हरियाणा के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
शिशु घरों के माध्यम से 553 बच्चों को दिया गोद
परिषद् ने बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया भी लगातार जारी है। शिशु घरों के माध्यम से 553 बच्चों को गोद दिए जा चुके हैं, इनमें से 134 बच्चे विदेशों में गोद दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि आगामी 14 नवंबर को हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर बच्चों को गुरुग्राम में बन रहे सबसे बड़े बाल भवन को समर्पित किया जाएगा तथा भविष्य में राज्य स्तरीय कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाल भवन सरसा बहुत सराहनीय कार्य कर रहा है। इस अवसर पर न्यू सतलुज स्कूल के बच्चों ने स्वागत गीत तथा प्रयास स्कूल के बच्चों ने देशभक्ति एक्शन सॉंग प्रस्तुत किया।
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