नयी दिल्ली: नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने बाल तस्करी को कालेधन का बड़ा स्रोत बताते हुए कहा कि इसके जरिये करोड़ों रुपये का खेल चल रहा है लेकिन इस तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है।
बंधुआ मजदूरी और बालश्रम के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले श्री सत्यार्थी ने आज यहां यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि बालश्रम के नाम पर हजारों कारखानों में लाखों बच्चों से न्यूनतम मजदूरी पर काम करवाया जाता है और कंपनी के मालिक वयस्क मजदूर के अनुसार अपने खाते की पूर्ति करता है।
इसमें करोड़ों रुपये का हेरफेर हो रहा है लेकिन प्रशासनिक अमले का इस तरफ ध्यान नहीं है। (वार्ता)