लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल में करने के प्रति करेंगी जागरुक
सच कहूँ/संजय मेहरा, गुरुग्राम। बाल विवाह अब बीते जमाने की बात हो जानी चाहिए। अब बेटियों को आजादी से जीने का अधिकार मिलना चाहिए। इज्जत की खातिर या किसी दबाव में अब बाल विवाह नहीं होने दिये जाएंगे। जहां भी बाल विवाह होगा। उसका पता चलते ही गुरुग्राम की टीम लाडो वहां पहुंचेगी और बाल विवाह रुकवायेगी। इसी प्रण के साथ गुरुग्राम की टीम लाडो ने यह बीड़ा उठाया है।
एक सर्वे में यह सच्चाई सामने आई है कि गुरुग्राम में बाल विवाह बढ़ रहे हैं। इस सामाजिक बुराई की तरफ अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है। इस सर्वे को आधार मानकर अब यहां टीम लाडो का गठन किया गया है। टीम लाडो में शामिल फर्रूखनगर खंड से मीनू यादव कहती हैं कि अब हमें बाल विवाह के विरोध में खुलकर आना होगा। किसी भी तरह से बाल विवाह का समर्थन नहीं करना। बाल विवाह एक तरह से बेटी की जिंदगी को खतरे में डालने के समान है। बाल विवाह करके बेटियों के सपनों को मारा जाता है। उनके जीवन से खिलवाड़ किया जाता है।
गांव हरचंदपुर की पूजा ने कहा कि हम टीम लाडो के तौर पर तैयार हैं। बाल विवाह जैसी कुप्रथा को अब मिलकर रोकना है। हर घर से बेटियों को जागरुक भी करेंगे। पंचायत से लेकर व्यक्तिगत तौर पर बेटियों व परिवारवालों को समझाएंगे। पूजा का कहना है कि हम 21वीं सदी में जा रहे हैं। हर बेटी का आगे बढ़ने का सपना होता है। इसलिए जरूरी है कि बेटियों को अच्छी शिक्षा दें। बेटियों को बोझ मानने वालों को इस पर अधिक अमल करना चाहिए।
सोहना खंड के गांव दोहला की अंजलि कहती हैं कि उनके क्षेत्र में काफी बाल विवाह होते हैं। इसलिए यहां टीम लाडो जरूरी थी। वह अब अपने क्षेत्र में बाल विवाह रोकने को सक्रिय हो गई है। अपने साथ और लड़कियों को भी जोड़कर इस मुहिम में काम करेगी। इस सामाजिक बुराई के प्रति लगातार जागरुक भी किया जाएगा।
सोहना की सीमा भी टीम लाडो का हिस्सा हैं। उनका कहना है कि पहली बार वे किसी ऐसी संस्था से जुड़ी हैं, जो बेटियों के बाल विवाह पर काम कर रही है। टीम लाडो नाम अपने आप में ही बेटियों के प्रति सम्मान झलकता है। इसलिए वह टीम में सक्रियता से काम करेंगी। बाल विवाह रोकना अब उनकी प्राथमिकता रहेगी। टीम लाडो में काम करने वाली लड़कियों के वाट्सअप गु्रप बनाए गए हैं, ताकि कोई भी जानकारी तुरंत सांझा की जा सके।
टीम लाडो को दी गई है विशेष ट्रेनिंग
बेटियों की शादी की उम्र 21 साल करवाने को लेकर देशभर में सेल्फी विद डॉटर के जनक पूर्व सरपंच सुनील जागलान जागरुकता फैला रहे हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री स्तर पर इस विषय पर मंथन किया जा रहा है। वे कई साल से देश-प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लड़कियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें यह पूरा प्रोजेक्ट समझाकर टीम लाडो से जोड़ रहे हैं। लड़कियों को विशेष ट्रेनिंग दी गई है। वे चाहें तो अपनी पहचान छुपाकर अपने क्षेत्र में हो रहे बाल विवाह को रुकवा सकती हैं। सुनील जागलान का कहना है कि एक सर्वे में यह सामने आया है कि गुरुग्राम में बाल विवाह बढ़ रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही। इसलिए यहां अधिक काम करने की जरूरत है।
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