-
भारत की आन, बान एवं शान का प्रतीक है राष्ट्रध्वज तिरंगा: मुख्यमंत्री
-
निस्वार्थ मातृभूमि की सेवा में निरंतर समर्पित रहने की प्रेरणा देता है तिरंगा
चंडीगढ़ (एम के शायना)। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राष्ट्रीय झंडा अंगीकरण दिवस की देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इतिहास में 22 जुलाई का दिन हर भारतीय के लिए काफी महत्वपूर्ण है। रंग, रूप, वेशभूषा से चाहे हम कितने भी अनेक हों, लेकिन तिरंगे के नीचे जब खड़े होते हैं तो हम एक हैं, भारतीय हैं। आज उसी भारत के गौरव तिरंगे का अंगीकरण दिवस है। इस शुभ अवसर पर प्रदेशवासियों और देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से इस वर्ष यह दिवस पूरे देश में और ज्यादा जोश के साथ मनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1947 में आज ही के दिन हमारे राष्ट्रीय ध्वज को अंगीकार किया गया था। एकता, अखंडता एवं बलिदान का प्रतीक हमारा राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ हम सभी को मातृभूमि की सेवा में निरंतर समर्पित रहने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय ध्वज की यात्रा पहले औपनिवेशिक शासन से मुक्ति के संघर्ष का प्रतीक थी और आज यह एक स्वतंत्र भारत का प्रतीक है। भारत का राष्ट्रीय ध्वज अंगीकरण दिवस एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आयोजन है जो न केवल राष्ट्रीय गौरव का प्रतिनिधित्व करता है बल्कि बाहरी दुनिया को यह संदेश भी देता है कि भारत किसी भी बाहरी उत्पीडऩ का जवाब देने के लिए स्वतंत्र और सक्षम है।
सभी देशवासी आगामी 13 से 15 अगस्त तक अपने घर की छत पर तिरंगा फहराने का संकल्प लें
मनोहर लाल ने कहा कि इस वर्ष जब हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं तो हम हर घर तिरंगा आंदोलन को मजबूत करें। सभी देशवासी आगामी 13 से 15 अगस्त तक अपने घर की छत पर तिरंगा फहराने का संकल्प लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि देशवासी राष्ट्रीय झंडे को शान से फहराएं और इस दौरान ध्वज की संहिता का पालन करें और तिरंगे की शान में कोई कमी ना आने दें। उन्होंने कहा कि तिरंगा 130 करोड़ भारतीयों की पहचान है जो देश के लिए कुछ कर गुजरने की प्रेरणा भी देता है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।