International Yoga Day: हर चीज के लिए गुरूमंत्र सबसे कारगर है। प्राणायाम से सुमिरन को दिमाग तक ले जाते हो तो वो शरीर में कोई बीमारी नहीं छोड़ता। जब आप श्वास खींचते हैं तो ख्यालों से गुरूमंत्र का जाप करते जाओ। आपका ध्यान दोनों आँखों के बीच माथे पर होना चाहिए। अपने श्वास को अन्दर भर लो और रोक के रखो। पहले कुछ सैकिंड ऐसा करें, फिर समय को बढ़ाते जाएं। जब आप बिना वायु के होते हैं तो पूरी मांसपेशियों का जोर लगता है, पसीने निकलते हैं, क्योंकि जब आपको श्वास नहीं मिलता तो आपका शरीर, आपकी आत्मा सक्रिय हो जाती है, जान बचाने के लिए कहें या बॉडी को मैनटेन करने के लिए। yoga day
जैसे-जैसे आपका श्वास रोकने का स्टैमिना बढ़ता है, वैसे-वैसे आपकी सहनशक्ति बढ़ती है।
प्राणायाम से गुरूमंत्र में ध्यान ज्यादा लगता है।
- ध्यान के साथ प्राणायाम करने से आप अपने गुस्से पर काबू पा सकते हैं। आपका बात-बात पर खीझना खत्म होता है।
- आप के अन्दर आत्मबल बढ़ता है, जिससे आप हर अच्छे क्षेत्र में तरक्की कर सकते हैं।
- लगातार अभ्यास आपके अंदर बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।
एक्सरसाइज़ | yoga day
ल्ल एक्सरसाइज़ इस तरह से करनी चाहिए कि बॉडी सिर से लेकर पैर तक पसीने से नहा लें, यह शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक है। सीढ़ियाँ भाग-भाग के चढ़ो। साँस धौंकनी की तरह चलना चाहिए। आपको फील होना चाहिए कि आपका हार्ट बोल रहा है। ऐसा करने से आपको दिल की कोई बीमारी नहीं लगेगी व बहुत-सी अन्य बीमारियाँ भी खुद ही उड़ जाएंगी। ऐसा अगर आप लगातार करने लग गए तो बीमारियाँ तो दूर जाएंगी ही, आपका वजन भी कम होगा।
ल्ल माता-पिता को चाहिए कि अपने बच्चों को बचपन से ही एक्सरसाइज़ करवाएँ। ऐसा करने से बच्चे की ग्रोथ कम नहीं, बल्कि ज्यादा होगी। बच्चा स्ट्रांग बनेगा तो स्ट्रांग ही सोचेगा। ज्यादा वेट-लिफ्टिंग से परहेज करो। पर बच्चे के अंग-पैरों को मोड़ना, हल्के-फुल्के योगा के आसन करवाने से बच्चे को फर्क नहीं पड़ता, बल्कि चलते-चलते उसकी कोई नाड़ी नहीं चढेÞगी या आगे पीछे होने से उसके कोई दर्द नहीं होगा। चाहे बच्चा कैसे भी गिरता है, कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
टोका-मशीन | yoga day
टोका-मशीन तो ‘जिम का बाप’ है! इससे पूरी बॉडी की मसल बन जाती हैं। मशीन को इस तरह सैट करें कि जब हाथ ऊपर जाएँ तो आपको एड़ियों के बल ऊँचा उठना पड़े और जब हाथ नीचे आएँ तो आपको पूरा झुकना पड़े।
योगासन के दौरान ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बातें | yoga day
- योगासन हमेशा स्वच्छ, हवादार तथा कीटाणु रहित ऐसे स्थान पर करना चाहिए जहां शोरगुल न हो तथा आस-पास कोई खेल-कूद न रहा हो।
- योगासन हमेशा समतल जमीन पर दरी अथवा तह की हुई कम्बल बिछाकर ही किया जाना चाहिए।
- योगासनों को प्रारंभ करते समय आंखें खुली व मांसपेशियों को तनावमुक्त रखना चाहिए।
- योगासन करते समय शरीर सक्रिय और मस्तिष्क निष्क्रिय होना चाहिए।
- योगासन के दौरान श्वास क्रि या केवल नाक के माध्यम से ही होनी चाहिए।
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- मधुमेह तथा रक्तचाप जैसे रोगों से पीड़ित लोगों को शीर्षासन तथा सर्वांगासन जैसे आसनों को नहीं करना चाहिए।
- गर्भावस्था के प्रारम्भिक तीन माह के व्यतीत हो जाने के बाद ही सहज क्रि या वाले योगासनों को किया जा सकता है।
- योगाभ्यास करते समय वस्त्र ढीले-ढाले पहने होने चाहिए।
- योगाभ्यास के तुरन्त बाद न तो स्नान ही करना चाहिए और न ही शीतल या गर्म, कोई भी पेय पदार्थ पीना चाहिए।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां, जहां स्वयं योग कला में निपुण हैं, वहीं पूज्य गुरु जी सभी को योग की बारीकियां बताकर सही मायने में योग करना सिखाते हैं। पूज्य गुरु जी द्वारा दिए गए मार्गदर्शन से शाह सतनाम जी गर्ल्ज शिक्षण संस्थान की योगा खिलाड़ी छात्राएं विश्व योगा चैंपियनशिप में भारत का झंडा लहरा चुकी हैं। पूज्य गुरु जी ने इन खिलाड़ियों को हर तरह से निपुण कर अंतर्राष्टÑीय प्रसिद्धि दिलाई है।