बदलते मौसम में अपनी आदतों को बदलकर, खान-पान का रखें ध्यान
- सर्द मौसम में बढ़ जाती है पाचक अग्रि, संक्रमण से बचाव है जरूरी
- अपनी दिनचर्या में गिलोय के रस को शामिल करें
कुरुक्षेत्र (सच कहूँ/देवीलाल बारना)। Health News: नवंबर के माह में मौसम बदल जाता है। इस समय में गर्मी चली जाती है और सर्दी शुरू हो जाती है। ऐसे में मौसम में सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी हो जाता है लेकिन मौसम का प्रभाव कम करने के लिए भी प्रकृति अनेकों चीजें हमें उपहार में दे जाती है। सर्दी के मौसम में क्या करना चाहिए इसके लिए दैनिक सच कहूँ ने बातचीत की आयुर्वेदिक मैडिकल ऑफिसर डॉ. मीनाक्षी ढुल से। डॉ. मीनाक्षी का कहना है कि स्वास्थ्य की दृष्टि से सर्दी का मौसम उचित माना जाता है। इस मौसम में पित्त बनना शुरू हो जाता है और बरसात के मौसम में बढा वात इस मौसम में मध्यम हो जाता है। इसके अलावा पाचन अग्रि भी बढ़ जाती है। लेकिन साथ साथ संक्रमण भी शुरू हो जाता है जिससे कई बीमारियां पनप जाती हैं। लेकिन बढे संक्रमण का ईलाज भी आयुर्वेद में ही है।
डा. मीनाक्षी के अनुसार सर्द ऋतु में सांस व कफ की समस्या बढ़ जाती है। इसके लिए आवश्यक है कि सुबह शाम ज्यादा ठंड में मास्क का प्रयोग करें, क्योंकि कफ का वायरस पानी व मुंह के जरिए जाता है। कम ठंड के दौरान भी गर्म कपड़े पहनें। क्योंकि कई बार हमे ठंड महसूस नही होती और शरीर पर बुरा असर डालती है। गुनगुना पानी ही पिएं। सुबह उठकर गर्म पानी का सेवन करें। ऐसा करने से कफ की दिक्कत कम हो जाती है। कफ के लिए मेथी व अजवायन डालकर उबालना चाहिए जोकि जकड? से बचाएगा व कफ की दिक्कत कम होगी। इस मौसम में खाने में बाजरे का आटा व मेथी का प्रयोग करें, इससे शरीर में फाईबर की मात्रा बढेगी व शरीर एक्टिव रहता है।
हरी सब्जियों का उपहार देती हैं प्रकृति | Health News
डा. मीनाक्षी ने बताया कि यह मौसम कई नई सब्जियां व फल हमें देती है जोकि स्वास्थ्यवर्धक हैं, जिन्हे शरीर के लिए अमृत माना गया है। इस मौसम में साग, चुलाई, पालक, बथुआ होता है। इन सब्जियों को खाने में शामिल करना चाहिए इससे शरीर में आयरन की मात्रा बढती है व इम्युनिटी बढ़ जाती है। इसके अलावा अमरूद व अन्य फल खाने शुरू कर देने चाहिए। फलों का सेवन करना चाहिए। महंगे फल खाने जरूरी नही है जो भी अपने आस पास फल उपलब्ध हो सकें वे खाने चाहिए। इस मौसम में दूध दही ज्यादा खा सकते हैं क्योंकि पाचन शक्ति बढी होती है। Health News
सर्दियों में बढ़ जाता है अर्थराईटिस
सर्दियों के मौसम में अर्थराईटिस की दिक्कत आम हो जाती है। इस मौसम में सर्दी के कारण शरीर की मुवमेंट कम हो जाती है। ऐसे में खून का सर्कुलेशन कम हो जाता है जिससे सर्कुलेशन हार्ट के आस पास ज्यादा रहता है। ऐसी स्थिति में जहां हार्ट अटैक की समस्या बढ़ जाती है। हाथों व पैरों में खून का सर्कुलेशन कम हो जाता है जिससे सुबह के समय पैरों में जकड़न महसूस होती है। इसलिए आवश्यक है कि इस मौसम में खाली न बैठें बल्कि शरीर को मुव करते रहें। मार्निंग वॉक व एक्सरसाईज जरूर करें। वहीं मच्छरों का प्रकोप बढने से डेंगू भी इस मौसम में बढ जाता है इसलिए आवश्यक है हमें अपनी दिनचर्या में गिलोय के रस को शामिल करें व रोजाना गिलोय का रस पियें।
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