अंधड़ से कहीं दीवार टूटी तो कहीं होर्डिंग्स, मौसम विभाग ने जारी किया था अलर्ट (Rain In Rajasthan)
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। मौसम विभाग के पूवार्नुमान अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के फिर से सक्रिय होने से इलाके में मंगलवार अल सुबह मौसम ने एक बार फिर पलटी मारी। मंगलवार को हनुमानगढ़ जिले में तेज आंधी व मेघगर्जन के साथ बारिश हुई। बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया। बादलों के कारण दिन में ही अंधेरा छा गया। जिला मुख्यालय के अलावा आसपास के गांवों में भी हल्की बारिश होने से मौसम में ठंडक का अहसास हुआ। दोपहर में भी मेघ गर्जन के साथ तेज हवा चली तथा बारिश हुई। अंधड़ से शहर में कई जगह लगे होर्डिंग्स टूट गए तो कहीं दीवार।
- भादरा क्षेत्र में हरियाणा रोडवेज की बस पर किकर का पेड़ टूटकर गिर गया।
- गनिमत रही कि बड़ा हादसा होने से टल गया।
- सभी सवारियां सुरक्षित रही।
- दोपहर बाद तक रूक-रूक कर बारिश का दौर जारी रहा।
बादलों की उमड़-घुमड़ शुरू होने से धूप नहीं निकली
पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम विभाग ने सोमवार रात व मंगलवार दोपहर तक तेज हवा के साथ बारिश की चेतावनी जारी की थी। इसके बाद मंगलवार सुबह लोग उठे तो आसमान में बादल छाए हुए थे। देखते ही देखते हवा चलने लगी और बूंदाबांदी का सिलसिला शुरू हो गया। बादलों के गर्जन के साथ ही बूंदाबांदी शुरू हो गई। बादलों की उमड़-घुमड़ शुरू होने से धूप नहीं निकली। यद्यपि पश्चिमी विक्षोभ के कारण अब तक पश्चिमी राजस्थान में बारिश ज्यादा नहीं हुई है लेकिन तापमान में गिरावट आने से गर्मी से थोड़ी राहत मिली है।
- इलाके में इन दिनों किसानों ने फसल काट रखी है।
- ऐसे में मौसम विभाग ने किसानों को फसल को बचाने के लिए प्रयास करने की सलाह दी है।
सर्वाधिक बारिश पीलीबंगा में 5.0 एमएम हुई दर्ज
मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों में हनुमानगढ़ जिले में मेघगर्जन के साथ हल्के दर्जे की बारिश दर्ज हुई है। सर्वाधिक बारिश पीलीबंगा में 5.0 एमएम दर्ज हुई है। वर्तमान स्थिति के अनुसार पाकिस्तान के ऊपर बेहद सक्रिय बादल बन रहे हैं। इससे हल्की या कम समय के लिए तेज वर्षा हो सकती है। जैसे ही दोपहर के समय तापमान बढ़ना शुरू होगा। बादलों के निर्माण की रफ्तार बढ़ेगी। इससे 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूलभरी हवा-आंधी चलने के साथ कहीं-कहीं बारिश तथा ओलावृष्टि की प्रबल संभावना बन रही है।
तेज अंधड़ के समय बड़े पेड़ों के नीचे व कच्चे मकानों में शरण लेने से बचें
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि कृषि मंडियों में खुले आसमान में रखे हुए अनाज को ढककर व सुरक्षित स्थान पर रखें ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके। यदि अपने आसपास मेघगर्जन की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे, तो पेड़ के नीचे शरण ना लें। तेज अंधड़ के समय बड़े पेड़ों के नीचे व कच्चे मकानों में शरण लेने से बचें।
- तेज अंधड़ से बिजली के तारों के टूटने एवं खंभों के गिरने से क्षति होने की संभावना है।
- अंधड़ के समय दृश्यता कम होने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो सकती है।
- ऐसे में वाहन चालक विशेष सावधानी बरतें।
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