पुलिस व सिविल टीमों ने किया गांवों का संयुक्त दौरा | Fazilka News
- अगर कोई पराली जलाता है तो नजदीकी थाने को सूचना दें | Fazilka News
फाजिल्का (सच कहूँ/रजनीश रवि)। जिले में पराली जलाने (Stubble Burning) की घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन लगातार किसानों से संपर्क कर उन्हें पराली न जलाने के लिए प्रेरित कर रहा है और उन्हें बेहतर पराली प्रबंधन तकनीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इस संबंध में उपायुक्त डॉ. सेनु दुग्गल ने किसानों से फिर अपील की है कि वे पराली को जलाने की बजाय कृषि विभाग द्वारा सुझाए गए तरीकों से पराली का निपटान करें। वहीं, उपायुक्त ने उन किसानों को भी धन्यवाद दिया है जो पराली को जलाए बिना विभिन्न तरीकों से गेहूं की बुआई कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिले में पराली जलाने के मामलों की सेटेलाइट से प्राप्त रिपोर्ट के बाद भौतिक जांच कराने पर जो मामले सत्य पाए गए हैं, उनमें 85 मामलों में चालान काटे गए हैं और 2 लाख का जुर्माना लगाया गया है। 22 हजार 500 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। उपायुक्त ने यह भी कहा कि खेत में छोड़े गए डंठल को जलाने या खेत के किनारों पर बेलिंग करने के बाद छोड़े गए डंठल को जलाने या अन्यथा खेत से डंठल को हटाने की सूचना भी सैटेलाइट द्वारा दी जाती है और ऐसे मामलों में भी हो सकता है एक चालान, तो ऐसा मत करो।
साथ ही उपायुक्त ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार अब पुलिस एवं नागरिक प्रशासन की टीमें संयुक्त रुप से गांवों का दौरा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई पराली जलाता है तो इसकी सूचना सीधे नजदीकी थाने के एसएचओ को दी जा सकती है। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि इसके अलावा प्रशासन की टीमें लगातार खेतों का दौरा कर रही हैं और जहां भी पराली जलाने की सूचना मिल रही है, मौके पर जाकर आग बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। Fazilka News
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