एसीएस ने तुरंत लिया एक्शन, नहीं बंटेगी खराब दाल, 22 जिलों में जांच के आदेश (Ration pulses distributed)
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जीन्द जिले से मिली थी शिकायत
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बीपीएल व अंत्योदय योजना में शामिल परिवारों को होनी थी सप्लाई
अश्वनी चावला/सच कहूँ चंडीगढ़। कोरोना महामारी के दौर में हरियाणा में बीपीएल व अंत्योदय योजना के तहत गरीबों को मिलने वाले राशन की दाल फंगस लगी हुई पहुंच रही है। इसी तरह की शिकायत पहले अन्य प्रदेशों से आ रही थी। परंतु अब जब फंगस लगी दाल हरियाणा पहुंचनी शुरू हुई तो एडिशनल चीफ सेक्टरी पी.के. दास ने तुरंत कड़ा एक्शन लेते हुए प्रदेशभर के जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को जांच करने के आदेश दे दिए हैं। हालांकि अभी जींद जिले से ये शिकायत पहुंच रही है। जिसके चलते जींद में दाल बांटने पर रोक लगाते हुए इस दाल को वापिस भेजने के आदेश भी जारी कर दिए गए।
- जीन्द के बाद अब सभी जिलों के खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी दाल की।
- सप्लाई ब्लॉक स्तर पर तभी करेंगे जब वे यह सुनिश्चित कर लेंगे।
- उनके जिले में आई दाल में फंगस तो नहीं लगा है।
जानकारी अनुसार केन्द्र सरकार की तरफ से देश भर में 3 महीने तक गेहूं के साथ-साथ दाल भी देने का एलान किया था। यह गेहूं व दाल बीपीएल और अंत्योदय योजना में शामिल लोगों के अलावा उन परिवारों को दी जानी है, जिनके पास अभी कमाई का कोई साधन नहीं होने के चलते राशन तक खरीदने के पैसे नहीं हैं।
- ऐसे में केंद्र सरकार की स्कीम के तहत दाल के पहुंचने में देरी हो रही थी।
- जिस कारण प्रदेश सरकार की तरफ से पहले गेहूं की सप्लाई परिवारों को कर दी थी
- और अभी कुछ दिनों से प्रदेश में हैफड़ की तरफ से दाल भेजी जा रही है।
- प्रदेश में पहुंच रही दाल की सप्लाई के दौरान यह पाया गया है
- कि दाल में फंगस लगने के साथ-साथ यह खाने योग्य भी नहीं है।
हैफेड ने दो महीने में देनी थी 6200 टन दाल
हरियाणा में हैफेड दाल की सप्लाई कर रहा है। केन्द्र सरकार की योजना के तहत प्रदेश में 3100 टन दाल हर महीने बंटी जानी है और अभी प्रदेश सरकार की तरफ से इन जरूरतमंद गरीबों को 2 महीने की दाल दी जानी है, जिसके तहत हरियाणा प्रदेश में 6200 टन दाल पहुंच रही है। अभी तक काफी कम मात्रा में दाल पहुंच रही है। परन्तु उसमें से भी फंगस लगने जैसी शिकायतें आ रही हैं।
वापस जाएगी फंगस लगी दाल, अब 22 जिलों में होगी जांच : पीके दास
एडिशनल चीफ सेक्रेटरी पी.के. दास ने बताया कि प्रदेश में एक दाना भी फंगस लगी दाल बाटी नहीं जाएगी। अभी तक जींद जिले से शिकायत प्राप्त हुई थी। उस को आधार मानते हुए प्रदेश के सभी 22 जिलों में दाल की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। अब प्रदेश में हर जिला अधिकारी दाल की सप्लाई करने से पहले उसकी अच्छे ढंग से जांच करेगा कि कहीं दाल में फंगस तो नहीं लगी हुई है और दाल खाने योग्य तो है।
- जिलाधिकारी अपनी जिम्मेवारी के तहत दाल को चेक करने के पश्चात ही बांटने के आदेश देंगे।
- अगर प्रदेश में कहीं भी जींद के अलावा भी फंगस लगी दाल मिली तो उस दाल का एक-एक दाना वापस भेजा जाएगा
- और ऐसी दाल किसी भी जरूरतमंद में नहीं बांटी जाएगी।
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