इजराईल के राजदूत व कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किया उद्घाटन
लोहारू (सच कहूँ/सांवरमल वर्मा)। भारत में इजराईल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि लोहारू विधानसभा क्षेत्र के गांव गिगनाऊ में बागवानी के उत्कृष्टता केन्द्र का उद्घाटन करके उनको बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। यह भारत और इजराईल दोनों देशों के लिए ऐतिहासिक दिन है। यह देश का 30वां उत्कृष्टता केन्द्र है। वे रविवार को गांव गिगनाऊ में करीब 50 एकड़ भूमि में बने अर्द्ध शुष्क बागवानी उत्कृष्टता केंद्र के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। इस केंद्र पर करीब साढ़े 12 करोड़ रुपए की लागत आई है।
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कृषि एवं पशुपालन मंत्री जे.पी. दलाल ने कहा कि इजराईल ने बंजर भूमि को उपजाऊ बनाकर अपने देश को स्वर्ग बनाया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बागवानी के बजट को 100 गुणा बढ़ाकर 8 करोड़ से 800 करोड़ रुपए कर दिया है। प्रदेश में 500 एफपीओ स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि 2030 तक 17 लाख एकड़ भूमि पर बागवानी का लक्ष्य रखा गया है। गन्नौर में दुनिया में सबसे बड़ी सब्जी मंडी स्थापित की जा रही है, जो 500 एकड़ में होगी, जिस पर ढाई हजार करोड़ की लागत आएगी और इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
बेहतरीन किस्म की पौध होगी तैयार
उन्होंने कहा कि गिगनाऊ में बने उत्कृष्ट केंद्र में अमरूद, बादाम, खजूर, अनार, नासपाती, नींबू वर्गीय फल, बेर, ड्रैगन फू्रट, रेड बल्ड माल्टा, स्ट्राबेरी, अवोकाडा आदि किस्म के उत्तम क्वालिटी की पौध तैयार होगी। इसके अलावा भिवानी एवं आस-पास के जिलों के किसान इस केंद्र के विशेषज्ञों से बागवानी खेती का तकनीकी ज्ञान हासिल कर सकेंगे। यहीं नहीं केंद्र पर पॉली एवं नेट हाउस पर फसल प्रदर्शन से किसान संरक्षित खेती की जानकारी हासिल कर फसल लगाने में सक्षम बन पाएंगे। इस हाइटेक ग्रीन हाउस में 30 से 40 लाख तक सब्जियों की पौध को तैयार किया जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा कि इसके अलावा फलों की पौध हेतु मदर ब्लॉक तैयार किए जा रहे हैं।
सूक्ष्म सिंचाई पद्धति को मिलेगा बढ़ावा
उन्होंने बताया कि सब्जियों फलों में सिंचाई का प्रबंध सूक्ष्म सिंचाई पद्धति द्वारा किया गया है। इसके लिए 62 लाख लीटर के दो टैंक बनवाए गए है व पूरा केंद्र सूक्ष्म सिंचाई से सिंचित किया जा रहा है। इसके इलावा पॉली हाउस में इस केंद्र में विशेष तोर पर नयी तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसमें स्ट्रॉबेरी के लिये आधुनिक उद्पादन सिस्टम, फल पौधों के लिये हाईटेक सिस्टम, रिट्रक्रेबल जलवायु आधारित ग्रीनहाउस सिस्टम, आदि शामिल हैं। इसके इलावा कई नयी फसलों का भी यहाँ प्रदर्शन किया जा रहा है जिसमें ऐवोकैडो भी शामिल है। यह इंडो-इजराईल तकनीक से बना प्रदेश का 12वां उत्कृष्टता केंद्र है।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के किसान कल्याण व कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, इजराईली दूतावास के कृषि विशेषक याएर एशैल, बागवनी महानिदेश डॉ. अर्जुन सिंह सैनी, पूर्व विधायक एवं हरियाणा किसान सैल के अध्यक्ष सुखविंद्र मांढी, बागवानी आयुक्त डॉ. प्रभात कुमार, उपायुक्त नरेश नरवाल, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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