सादुलशहर (सच कहूँ न्यूज)। बेटी और बेटे में कोई भी फर्क नहीं होता। इस बात को सार्थक किया सादुलशहर (Sadulshahar) निवासी डेरा प्रेमी सिंगाठिया परिवार ने। सुखराम सिंगाठिया की पत्नी मंजू सिंगाठिया ने एक चाँद सी बेटी को जन्म दिया जिससे पूरे घर मे खुशी का माहौल छा गया। वीरवार दोपहर बेटी के गृहप्रवेश पर थाली बजाई गयी और मिठाई बाँट कर खुशी मनाई गयी। बेटी के पड़दादा सुरजाराम सिंगाठिया और पड़दादी सीता देवी, दादा बीरबल राम और दादी सरोज ने कहा कि यह प्रेरणा डेरा सच्चा सौदा से मिली।
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उन्होंने लोगों को इस बात का संदेश दिया कि बेटे के जन्म पर हम खुशी (Happiness) से थाली बजाते है तो बेटी के जन्म पर भी उतनी ही खुशी मनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्चे दाता रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमेशा बेटे और बेटी को समान समझने के बारे में शिक्षा दी है। उन्होंने कहा कि समाज में प्रत्येक व्यक्ति ऐसा कदम उठाए तो महिला को समाज में उसका योग्य सम्मान मिलने में देर नहीं लगेगी।
इससे समाज की दशा और दिशा में निश्चित रूप से बदलाव आएगा। इस मौके पर राजेंदर सिंगाठिया, मेहर चंद सिंगाठिया, मदन लाल सिंगाठिया, रामकुमार सिंगाठिया, रत्तीराम सिंगाठिया, कृष्ण सिंगाठिया, वेद पूनिया, गुरप्रीत सिंगाठिया, रजनी सिंगाठिया, द्वारका सिंगाठिया, कांता सिंगाठिया, रूबी सिंगाठिया, स्नेहा सिंगाठिया, सुनीता सिंगाठिया, निर्मला सिंगाठिया, संतोष सिंगाठिया, शारदा सिंगाठिया, रूबी देवी सिंगाठिया, रौशनी देवी, तन्वी और निमरत सहित बड़ी संख्या में सगे सम्बन्धी मौजूद थे।