नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 1528.05 करोड़ रुपये की बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में बुधवार को दिल्ली की एक निजी कंपनी के हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक इकाइयों पर छापेमारी की तथा इसके प्रोमोटर एवं मुख्य प्रबंध निदेशक (सीएमडी) और दो अन्य कंपनियों के निदेशकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मेसर्स इंडियन टेक्नोमैच कंपनी लिमिटेड और इसके प्रोमोटर एवं सीएमडी राकेश कुमार शर्मा एवं अन्य, मेसर्स गुरुपथ मकेर्डाइज लिमिटेड (कापोर्रेट गारंटर) कोलकाता और मेसर्स थंडर ट्रेडर्स लिमिटिड (कॉपोर्रेट गारंटर) कोलकाता एवं अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा एवं पंवटा साहिब समेत आरोपियों के कई ठिकानों पर पर छापे मार कर तलाशी ली गई। आरोप है कि एक साजिश के तहत बैंक आॅफ इंडिया समेत 16 सरकारी एवं निजी बैंकों के एक संघ को 1528.05 करोड़ रुपये क्रेडिट के तौर पर लेकर का नुकसान पहुंचाया गया। यह नुकसान 2008 से 2013 के दौरान किया गया। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2016 में इसे घोखाधड़ी का मामला घोषित किया गया था।
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