नई दिल्ली: सीबीआई ने शुक्रवार को आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव के 12 ठिकानों पर छापा मारा। पटना में लालू-राबड़ी के घर की भी तलाशी ली गई। सीबीआई ने पूर्व रेलमंत्री लालू यादव, राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी और आईआरसीटीसी के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया है।
साल 2006 में रेलवे का होटल निजी कंपनी को देने के मामले में तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव की मुसीबत बढ़ गई हैं। राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद यादव के घर पर सीबीआई अफसरों का जमावड़ा लगा हुआ है।
पटना स्थित लालू के घर पर सीबीआई के दो दर्जन से ज्यादा अधिकारी मौजूद है और जांच चल रही है। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फोन कर अधिकारियों को पटना से राजगीर मिलने के लिए बुलाया है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बेनामी प्रॉपर्टी के शक में दिल्ली-एनसीआर में बड़ी कार्रवाई की थी। इस दौरान लालू यादव से जुड़े कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी।
आईटी अफसरों ने बताया था दिल्ली-गुड़गांव और आसपास के इलाकों के 22 ठिकानों पर छापेमारी हुई। लालू यादव के करीबी रियल एस्टेट कारोबारियों के ठिकानों की तलाशी ली गई। इसमें आरजेडी सांसद प्रेमचंद गुप्ता भी शामिल हैं। लालू यादव पर बेनामी प्रॉपर्टी और टैक्स चोरी के आरोप लगे हैं। डिपार्टमेंट को शक है कि बेनामी प्रॉपर्टी 1000 करोड़ की हो सकती है।
लालू के साथ दो कंपनियों पर भी छापेमारी
सीबीआई ने जिन दो कंपनियों पर छापे मारे हैं, इनमें डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, जोकि अब लारा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड हो गई है और सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड पर छापेमारी हुई है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव और आईआरसीटीसी के तत्कालीन एमडी पीके गोयल और सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के दो डायरेक्टरों विनय कोचर और विजय कोचर के साथ सरला गुप्ता के यहां छापेमारी की है।
बता दें कि पटना सचिवालय के पास बीरचंद पटेल मार्ग पर स्थित सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के ठिकाने पर सीबीआई ने छापा मारा । इसके साथ ही विनय और विजय कोचर की कंपनियों के विभिन्न पतों पर छापेमारी हुई है।
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