क्वॉड पर रूसी चिंताओं को दूर करे भारत
अमेरिका व रूस के साथ एक साथ संबंध कायम रखने में भारत को आगे परेशानियां आने वाली हैं। रूस, भारत का बहुत लंबे वक्त तक व विश्वस्त सहयोगी रहा है। आज भी रूस भारत के लिए चीन के साथ विवादों में अहम मध्यस्थ है। 1962 से लेकर डोकलाम विवाद हो या लद्दाख में चीनी...
वन्य जीवों का सरंक्षण
बहुत ही राहत भरी खबर है कि देश में तेदुंओं की आबादी में चार सालों में 60 फीसदी वृद्धि हुई है। वर्ष 2014 में इनकी आबादी 8000 थी जो वर्ष 2018 में बढ़कर 12852 हो गई है। मध्यप्रदेश, कर्नाटक व महाराष्टÑ की सरकारों ने इस मामले में प्रशंसनीय कार्य किया है। इ...
एक उम्मीद, एक नया डर
इंग्लैंड में कोविड-19 (Coronavirus) के बदले रूप ने दहशत फैला दी है। यह देश पूरे यूरोप से कट गया है व भारत ने भी उड़ानें 31 दिसंबर तक रद्द कर दी हैं। वायरस का यह रूप 70 फीसदी ज्यादा तेजी से फैलने वाला माना जा रहा है। लेकिन इस बार स्थिति चीन के वुहान मा...
भाजपा के लिए मददगार ओवैसी?
बिहार चुनाव में आंशिक सफलता के बाद असदुद्दीन ओवैसी यूपी और बंगाल में अपने पांव फैलाने की कोशिश शुरू कर चुके है। ओवैसी के अगले कदम भाजपा के लिए कितने मददगार साबित होंगे इसका अनुमान हाल ही में बिहार के विधानसभा चुनाव और हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में द...
राजनीतिक हिंसा भारतीय लोकतंत्र पर धब्बा
कोरोना काल में पश्चिम बंगाल में सबसे बड़ा त्यौहार दुर्गा पूजा भले ही फीका रहा लेकिन प्रदेश के विधानसभा चुनावों को लेकर माहौल पूरी तरह गर्मा गया है। पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल गए भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर यहां हिंसक हमला हुआ वहीं पं. बंगाल ...
स्वास्थ्य मौलिक अधिकार को सुनिश्चित करना संभव
सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना की महामारी पर सुनवाई करते हुए स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार (Fundamental Right to Health) बताया है, सरकार को भी निर्देश दिया है कि वह नागरिकों को सस्ता ईलाज मुहैया करवाए। देश में जिस गति से निजीकरण बढ़ रहा है स्वास्थ्य सेवाओं को नि...
किसान की जनभावना को समझे सरकार
किसान आंदोलन में भले ही सरकार ने चुप्पी साध ली है लेकिन आंदोलन अभी भी अपनी जगह कायम है। किसान आंदोलन में किसान न केवल भूख-प्यास, सर्दी सहन कर रहे हैं बल्कि उन्हें आंदोलन में भाग ले रहे साथी किसानों का इस दुनिया से जाना भी दर्द दे रहा है। किसान आंदोलन...
देश में बढ़ रही भुखमरी व कुपोषण चिंता का विषय
देश में किसान आंदोलन की चर्चा है, सरकार अपने बिल वापिस लेने को तैयार नहीं दिख रही वहीं किसान भी रोज अपनी रणनीति बनाकर न केवल आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं वहीं भारत बंद, टोल फ्री जैसे कदम भी उठा चुके हैं। इस सबके बीच भारतीयों के लिए विचलित कर देने वाली ब...
कर्नाटक विधानपरिषद् में अमर्यादित आचरण चिंताजनक
कर्नाटक विधान परिषद में कांग्रेस के विधान परिषद् (Legislative Council) सदस्यों ने डिप्टी स्पीकर के साथ की धक्कामुक्की व बदतमीजी बेहद शर्मनाक है। विरोध प्रकट करने वाले सदस्य उपसभापति के आसन तक पहुंच गए और खींचकर कुर्सी से नीचे उतार दिया। विधान परिषद् ...
लोकतंत्र में हिंसा का कोई काम नहीं
पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनावों से पूर्व हिंसा का खतरा बनना चिंताजनक व शर्मनाक है। यह राज्य न तो कश्मीर की तरह आतंकवाद से प्रभावित है और न ही नक्सली हिंसा की कोई समस्या है लेकिन राजनीतिक हिंसा का खतरा इतना ज्यादा मंडरा रहा है कि भाजपा के प्रदेश इं...
जनसंख्या पर नियंत्रण आवश्यक
देशे की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठजोड (एनडीए) सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हल्फनामा देकर स्पष्ट कर दिया है कि सरकार दो से अधिक बच्चों के जन्म पर पाबंदी नहीं लगाएगी। भले ही सरकार के इस निर्णय से कुछ इस्लामिक संगठन चिंतामुक्त हो गए हैं, लेकिन बढ़ रही जनसंख्...
विदेशों में भेजने के लिए धोखाधड़ी पर लगे रोक
विदेश जाने के चाह्वान अनजान लोगों से फर्जी एजेंटों द्वारा पैसे ठगने के मामले दिन-प्रतिदिन सामने आ रहे हैं, लेकिन अब महिलाओं को विदेशों में बेचने की आ रही खबरें बेहद खौफनाक हैं। हैदराबाद में आठ महिलाओं को संयुक्त अरब अमीरात में बेचने का मामला सामने आय...
महामारी में चिकित्सकों की हड़ताल उचित नहीं
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर देश के एलोपैथी चिकित्सकों ने 12 घंटों की हड़ताल की। एलोपैथी चिकित्सकों ने आयुर्वेदिक डॉक्टरों को 58 प्रकार की सर्जरी करने की अनुमति देने के खिलाफ यह हड़ताल की। उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में मरीजों को हड़ताल क...
लोकतंत्र की प्रक्रिया को हिंसक न बनाएं
पश्चिमी बंंगाल के विधान सभा चुनावों में अभी वक्त है लेकिन चुनावों में अपना जनाधार मजबूत करने व विपक्षी कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने से प्रदेश में आए दिन हिंसक घटनाएं घट रही हैं, जोकि राजनीति का शर्मनाक चेहरा भी है। बंगाल में अभी नफरत व हिंसा का खेल स...
किसान आंदोलन बनाम जन आंदोलन
किसानों का भारत बंद बड़े स्तर पर सफल रहा, जिसका व्यापक असर देखने को मिला। पिछले दो माह से संघर्षरत किसानों के आंदोलन में कृषि से नहीं जुड़े होने के बावजूद आम लोगों व विभिन्न संगठनों के समर्थन ने आंदोलन में जान फूंक दी। वकील, पत्रकार, आढ़ितयों, कर्मचारी ...