कैराना (सच कहूँ/सन्दीप इन्सां)। देश की राजधानी दिल्ली में नकली करेंसी की सप्लाई ने कैराना के दामन को एक बार फिर दागदार किया है। दो लाख रुपये के नकली नोटों (Fake Currency) की सप्लाई के मामले में कस्बे से हुई दो लोगो की गिरफ्तारी से हथियार तस्करी व नशीले पदार्थो के लिए कुख्यात रहे कैराना के बदनसीब इतिहास में एक और नया अध्याय जुड़ गया है। वही, स्थानीय ख़ुफ़िया एजेंसी के भी कान खड़े हो गए है। Kairana News
दिल्ली पुलिस ने विगत बुधवार को कैराना कस्बे के मोहल्ला पुराना बाजार जामा मस्जिद निवासी ताजीम को दो लाख रुपये के नकली नोटों के साथ में गिरफ्तार किया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार को कस्बे में छापेमारी करके नकली नोटों के सौदागर बताए जा रहे इरशाद उर्फ भूरा नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया। नकली नोटों के मामले में दो लोगो की गिरफ्तारी होने पर कैराना का नाम एक बार फिर मीडिया की सुर्खियों में है। नकली करेंसी के मामले में दूसरे राज्य में पकड़ा गया कस्बे या क्षेत्र का यह पहला मामला नही है। इससे पूर्व कैराना के इकबाल काना का नाम भी गठरी उद्योग की आड़ में पाकिस्तान से जाली मुद्रा की तस्करी किये जाने में उछलता रहा है।
हालाँकि बताया जाता है कि इकबाल काना अब कई वर्षो से पाकिस्तान में ही रह रहा है। इसके अलावा नगर के मोहल्ला दरबार खुर्द निवासी आसिफ नामक युवक को कई वर्ष पूर्व भारत-पाक के वाघा बॉर्डर पर फेक करेंसी के साथ पकड़ा गया था। नशा तस्करी के धंधे में लिप्त कैराना के कई तस्कर नशीले पदार्थो की खेप के साथ दूसरे प्रदेशों में पकड़े जा चुके है। इसके अलावा हथियार व नशा तस्करी के बड़े मामलों में भी कैराना का नाम जुड़ता रहा है। नकली करेंसी के मामले में कस्बे के दो लोगो की हुई गिरफ्तारी से एक बार फिर कैराना के दामन पर बदनुमा दाग लग गया है। वही, ताजा नकली करेंसी के मामले ने लोकल खुफिया तंत्र को भी सक्रिय कर दिया है। Kairana News
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