वायरस का नया वेरिएंट: भारत में आया कोरोना के एक्सई वेरिएंट का पहला मामला, रहे सतर्क

Corona XE Variant

जानें कितना है खतरनाक और क्या हैं इसके लक्षण

भारत में कोरोना वायरस के एक्सई वेरिएंट का एक पुष्ट मामला सामने आया है, जो अन्य वेरिएंट के मुकाबले 10 गुना ज्यादा संक्रामक है और लोगों को तेजी से अपनी चपेट में लेता है। जबकि भारत के बहुत से विशेषज्ञ चौथी लहर की भविष्यवाणी कर रहे हैं, संगरूर पंजाब में एक चेरिटेबल जज्बे वाला हस्पताल चलाने वाले चिकित्सक डॉ. अमनदीप अग्रवाल ने देश को चौथी लहर की चपेट में आने से इन्कार किया है क्योंकि उनका मानना है कि हमारा देश झुंड प्रतिरक्षा विकसित कर चुका है। डॉ. अमनदीप चौथी लहर की भविष्यवाणी को इस शर्त पर आधारित करते हैं “18 साल से ज्यादा उम्र के 80 प्रतिशत लोगों में पूर्ण टीकाकरण हो चुका है, जबकि 98 प्रतिशत लोगों ने पहली खुराक ले ली है, 18 साल से कम उम्र में भी टीकाकरण पूरे जोर शोर से चल रहा है”।

उनका कहना है “टीकाकरण ही एकमात्र तरीका है”, उन्होंने कहा, “लोगों को शॉट्स लेने में संकोच नहीं करना चाहिए”। अगर टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल किया जाता है, तो गेम चेंजर साबित हो सकता है और हम पूरी आबादी को वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षित कर सकते हैं। टीकाकरण के महत्व के बारे में बताते हुए डॉ. अमनदीप ने कहा, “हर्ड इम्युनिटी से चौथी लहर को रोका जा सकता है और रोग या टीकाकरण से इम्युनिटी विकसित की जा सकती है। मुझे लगता है कि हमें टीकाकरण द्वारा वहां पहुंचना चाहिए। डब्ल्यूएचओ के मार्गदर्शन के अनुसार, भले ही आपको कोविड हो गया हो, फिर भी आपको टीकाकरण का विकल्प चुनना चाहिए क्योंकि टीका आपको एक समन्वित प्रतिरक्षा प्रदान करेगा। एक और बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि इस खतरे को समाप्त करने के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन किया जाना चाहिए, डॉ. अमनदीप ने कहा।

वैक्सीन की झिझक को दूर करने का समय

डॉ. अमनदीप ने कहा हालांकि विशेषज्ञों द्वारा यह कई बार कहा गया है कि टीकों के बारे में चिंता करने का कोई कारण नहीं है, फिर भी लोग टीकाकरण के लिए जाने को लेकर आशंकित हैं। यह तब और बढ़ गया जब लोगों ने अपने टीकाकरण के अनुभव सोशल मीडिया पर साझा करना शुरू कर दिया। जबकि कुछ कहानियां सच रही होंगी, उनमें से कई बाद में फर्जी खबरें साबित हुईं।

कोरोना वायरस एक्सई वेरियंट भारत में

भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और देश में रोजाना 2 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच भारत में कोविड-19 के एक्सई वेरिएंट का एक पुष्ट मामला सामने आया है। ये जानकारी भारतीय सार्स-सीओवी2 जीनोमिक्स सीक्वेंसिंग कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) की नई बुलेटिन से सामने आई है। हालांकि, मंगलवार को जारी 25 अप्रैल के बुलेटिन में इस बात का पता नहीं चल पाया कि यह वेरिएंट देश के किस हिस्से से आया है।

ब्रिटेन में मिला था कोरोना के एक्सई वेरिएंट का पहला मामला

कोरोना वायरस के एक्सई वेरिएंट का पहला मामला इसी साल 19 जनवरी को ब्रिटेन में मिला था। एक्सई वेरिएंट अन्य वेरिएंट के मुकाबले 10 गुना ज्यादा संक्रामक है और लोगों को तेजी से अपनी चपेट में लेता है।

10 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है एक्सई वेरिएंट

कोरोना वायरस का एक्सई वेरिएंट भारत समेत दुनियाभर के देशों में चिंता का विषय बना हुआ है, क्योंकि शुरूआती स्टडी में पता चला है कि यह अब तक के सभी वेरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है और 10 गुना तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेता है।

ओमिक्रॉन के सबवेरिएंट से बना है एक्सई

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि कोविड-19 का एक्सई वेरिएंट दो अलग-अलग वेरिएंट के मिलने से बना है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो रूप हैं। पहला है ओमिक्रॉन बीए.1 और दूसरा बीए.2 है। इन्हीं दो वेरिएंट के मिलने से एक्सई वेरिएंट बना है। कोई कॉम्बिनेशन तब तैयार होता है, जब कोई व्यक्ति एक से अधिक वेरिएंट से इन्फेक्टेड हो चुका होता है।
-डॉ. अमनदीप अग्रवाल
प्रोफेसर आर डी अग्रवाल मेमोरियल हस्पताल, संगरूर

एक्सई वेरिएंट के लक्षण

  • बुखार
  • खांसी
  • सांस लेने में तकलीफ
  • बदन दर्द
  • सिरदर्द
  • गले में खराश
  • नाक बहना
  • थकान
  • चक्कर आना
  • धड़कन
  • सूंघने और स्वाद में कमी
  • त्वचा के चकत्ते

कोविड-19 का एक्सई वेरिएंट कितना घातक है और इससे कितना नुक्सान हो सकता है, इसको लेकर स्टडी जारी है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता, क्योंकि इसके बारे में अभी पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं। इसके साथ ही इसके लक्षणों को लेकर भी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। हालांकि, माना जा रहा है कि यह ओमिक्रॉन के दो सबवेरिएंट से मिलकर बना है, इसलिए इसके लक्षण भी ओमिक्रॉन से मिलते-जुलते हो सकते हैं। एक्सई वेरिएंट के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा एक्सई वेरिएंट के कुछ अन्य लक्षणों में थकान, चक्कर आना, धड़कन, सूंघने और स्वाद में कमी बढ़ना शामिल हैं। अगर किसी में ये लक्षण नजर आए तो उन्हें तुरंत जांच करानी चाहिए।

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