गांव चौधरी माजरे की हड्डारोड़ी को गांव से बाहर करवाने का मामला
पटियाला। (सच कहूँ/नरेन्द्र सिंह बठोई) जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी ने डिप्टी कमिशनर कार्यालय के गेट के सामने पक्का धरना लगा दिया। जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी द्वारा पिछले कई महीनों से गांव चौधरी माजरे की हड्डारोड़ी को गांव से बाहर करवाने के लिए नाभा व पटियाला प्रशासन के समक्ष गुहार लगााई जा रही है व इस संबंधी जिले के विभिन्न अधिकारियों से भी मुलाकात की गई है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते मामला ज्यों का त्यों है, जिससे परेशान होकर आज संघर्ष कमेटी ने पक्का धरना डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के आगे लगा दिया है। जानकारी देते जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के जोनल उप प्रधान गुरविन्दर बौड़ां व वित्त सचिव बिक्कर हथोआ ने बताया कि सरकार का दलित विरोधी चेहरा दिन प्रतिदिन लोगों के सामने आ रहा है।
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बीते दिनों घटी घटनाओं जिनमें महिला डॉक्टर के साथ हुए दुर्रव्यवहार कर उसे परेशान करना, मोरावाली में दलित बच्चे से मारपीट करना व इसके अलावा और बहुत सी घटनाएं हैं जो राज्य में प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। इसी जुड़ा मामला गांव चौधरी माजरे के हड्डारोड़ी का है, जो कि दलितों के घरों के बिल्कुल पास है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां भयानक बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की गई है व इसके लिए गांव के बाहर पंचायती जगह भी बताई गई है, जिस पर प्रशासन रसूखवान लोगों की तरफदारी कर रहा है व उनसे इस जगह को छुड़वाने की जगह उनका समर्थन कर रहा है।
नेताओं ने कहा कि अगर यही हड्डारोड़ी रसूखवान लोगों के घरों के पास होती तो बिना ज्ञापन सौंपे यह समस्या कब की हल हो जाती। जोनल नेता धर्मवीर हरीगढ़ ने कहा कि अगर गांव चौधरी माजरे की हड्डारोहड़ी जोकि दलितोंं के घरोंं के पास है, को घरों से बाहर न किया गया तो आने वाले समय में सिर्फ चौधरी माजरा गांव ही नहीं बल्कि ब्लाक का गांव संभू, नाभा, समाना, पटियाला, पटियाला देहाती के मजदूर एकत्रित होंगे व प्रदर्शन करेंगे।
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